वन्यजीवों का शिकार रोकने को रेड अलर्ट
देहरादून : साल की विदाई और नववर्ष के स्वागत के लिए जंगलों से लगे वन विश्राम गृह, होटल, रिसॉटर्स में होने वाले जश्न की उल्टी गिनती प्रारंभ हो गई है। वन एवं वन्यजीव सुरक्षा के लिहाज से यह महकमे के लिए एक बड़ी चुनौती भी है। जश्न के माहौल में बेजुबान महफूज रहें, इसे देखते हुए राज्य में शुक्रवार को रेड अलर्ट जारी कर दिया गया। सीमाओं पर खास चौकसी के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सैलानियों के लिए भी गाइडलाइन जारी की गई है।
असल में क्रिसमस के साथ ही नववर्ष के जश्न के लिए विश्व प्रसिद्ध कार्बेट और राजाजी नेशनल पार्क के साथ ही अन्य संरक्षित व आरक्षित वन क्षेत्रों से लगे इलाकों में स्थित वन विश्राम गृह, होटल, रिसॉट्र्स में तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं। इस जश्न के कारण होने वाले शोरगुल के साथ ही बड़े पैमाने पर पर्यटकों के आगमन से वन्यजीवन पर खलल तो पड़ेगा ही, तस्कर व शिकारी कुछ भी गुल खिला सकते हैं। इसे देखते हुए महकमे ने राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है।
इस कड़ी में अपर प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव डॉ.धनंजय मोहन की ओर से सभी क्षेत्रीय वन संरक्षकों, डीएफओ और वन्यजीव परिरक्षण संगठन के निदेशक-उपनिदेशकों को निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि वर्ष की समाप्ति और नए साल के प्रारंभ में शिकार की आशंका रहती है। निर्देश दिए गए हैं कि सभी क्षेत्रों में वन एवं वन्यजीव सुरक्षा के मद्देनजर निगरानी व सतर्कता में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। यही नहीं, राज्यभर में जंगल से लगे होटल-रिसॉर्ट व वन विश्राम गृहों में ठहरने को सैलानियों के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।
विभागीय कवायद
-प्रदेश में रेड अलर्ट, वन्यजीव बहुल क्षेत्रों में सघन गश्त
-वनकर्मियों को विशेष परिस्थितियों में ही मिलेगी छुट्टी
-वन विश्राम गृह और वन सीमा से सटे होटल-रिसॉटर्स पर विशेष निगरानी
-शिकार रोकने को सभी संरक्षित व आरक्षित क्षेत्रों के कार्मिकों की जवाबदेही
पर्यटकों के लिए पाबंदी
-वन विश्राम गृह, होटल-रिसॉटर्स में न डीजे बजेगा और न तेज रोशनी होगी
-सूर्यास्त के बाद कोई भी बाहर नहीं निकलेगा, जंगल में वाहन प्रतिबंधित
-विदेशियों को पासपोर्ट की फोटो कॉपी जमा करानी होगी
डीवीएस खाती, प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव, उत्तराखंड) का कहना है कि वन्यजीव सुरक्षा के लिहाज से यह संवेदनशील वक्त है। किसी भी स्थिति से निबटने को विभागीय तैयारियां पूरी हैं। सघन गश्त के साथ ही होटल, रेस्ट हाउस, फार्महाउस पर विशेष निगाह रहेगी। उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से लगी उत्तराखंड की सीमा पर पहरा कड़ा किया गया है।