इस साल फूलों की घाटी के दीदार को पहुंचे रेकार्ड पर्यटक
जोशीमठ, चमोली : विश्व धरोहर फूलों की घाटी में पर्यटकों की आवाजाही का अब तक का सबसे बड़ा रेकार्ड बना है। इस वर्ष अब तक 10531 पर्यटक फूलों की घाटी पहुंच चुके हैं। जो कि बीते दो दशक के दौरान एक पर्यटक सीजन में सर्वाधिक संख्या है। पर्यटकों की लगातार हो रही आमद से पर्यटन से जुड़े कारोबारी भी उत्साहित हैं।
इस वर्ष एक जून को फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए खोली गई। पहले ही दिन से घाटी में पर्यटकों की रेकार्ड आमद होने लगी थी। आंकड़े बताते हैं कि इस सीजन ढाई महीने में ही इतने पर्यटक घाटी के दीदार को पहुंच चुके हैं, जितने बीते दो दशक में कभी पूरे सीजन भी नहीं पहुंचे।
अब तक 10531 पर्यटक घाटी की वादियों का दीदार कर चुके हैं। खास बात यह कि इस बार आंध्र प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों के पर्यटक भी बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं। जबकि, बीते वर्षों में इन राज्यों के पर्यटकों की संख्या गिनती की होती थी।
घाटी में रेकार्ड पर्यटकों के पहुंचने से पर्यटन कारोबारी भी उत्साहित हैं। फूलों की घाटी के फोटो व्यवसायी एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के फोटोग्राफर भरत सिंह चौहान बताते हैं कि इस बार देश के कोने-कोने से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। इससे घाटी का पर्यटन व्यवसाय भविष्य में और अधिक निखर सकता है।
87.5 वर्ग किमी में फैली है घाटी
चमोली जिले में समुद्रतल से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी 87.5 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली हुई है। यहां 500 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। खास बात यह कि घाटी हर 15 दिन में अपना रंग बदल लेती है। इसकी वजह यह कि एक नियमित अंतराल पर घाटी में एक ही रंग के फूल खिलते हैं, जिससे वह रंग बदलती प्रतीत होती है। घाटी एक जून से 31 अक्टूबर तक पर्यटकों के दीदार को खुली रहती है।
पर्यटन व्यवसाय को भी लाभ
वन क्षेत्राधिकारी दीपक रावत के मुताबिक बीते दो दशक में यह पर्यटकों की सबसे बड़ी आमद है। इससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को तो फायदा मिलेगा ही, वन महकमे के खजाने में भी बढ़ोत्तरी होगी।