आज नीलाम होंगी दाऊद इब्राहिम की संपत्तियां, ऑनलाइन भी लगेगी बोली

मुंबई: आज भारत के मोस्ट  भारत के मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की संपत्तियों में से  रौनक अफरोज होटल, डाम्बरवाला बिल्डिंग, शबनम गेस्ट हाउस इमारत  की एक बार फिर से नीलामी होने जा रही है.  हालांकि अभी यह तय नही है कि इस बार भी इन संपत्तियों का कोई खरीददार मिलेगा या नहीं क्योंकि इससे पहले भी यह कवायद की जा चुकी है. आपको बता दें कि जांच एजेंसी सीबीआई ने 1993 मुंबई सीरियल धमाकों के आरोपी दाऊद इब्राहिम की कुल 10 सम्पतियां जब्त की थी. उन्हीं में से तीन रौनक अफरोज होटल, डाम्बरवाला बिल्डिंग, शबनम गेस्ट हाउस इमारत की नीलामी आज होनी है. मिली जानकारी के मुताबिक बड़ी संख्या में इन संपत्तियों की खरीदने के लिए लिफाफबंद आदेवन आए हैं. वहीं उम्मीद की जा रही  है कि ई-ऑक्शन के जरिए भी बोली लगाई जाएगी.

नीलाम हो रही डाम्बरवाला बिल्डिंग में किराएदार और समाजसेवक सलमान काज़ी बताते हैं  कि लोकल व्यक्ति यह प्रॉपर्टी लेंगे तो ही बात बनेगी, क्योंकि बाहर से आए शख्स के लिए संपत्ति पर कब्जे से लेकर आगे के दिनों में पग-पग पर तकलीफ हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक का अनुभव भी ऐसा ही रहा है.

सलमान के मुताबिक भिंड़ीबाज़ार का ये हिस्सा सैफी बुरहानी अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट विकसित कर रहा है. वहीं इसे खरीदने और फिर कब्जा लेकर विकसित करने में भी सक्षम है, इसलिए इस बार बहुत उम्मीद है कि ट्रस्ट ही नीलामी जीते. लेकिन ये भी याद रखना होगा कि ट्रस्ट ने साल 2015 में भी रौनक अफरोज होटल पर बोली लगाई थी लेकिन बाजी मारी थी पूर्व पत्रकार बालाकृष्णन ने. ये अलग बात है कि वो बाकी की रकम जमा नहीं कर पाए और नीलामी भी फेल हो गई. साल 2002 में दाऊद की एक सम्पति लेने वाले दिल्ली के वकील अजय श्रीवास्तव आज तक उसका कब्जा नही ले पाए हैं. हालांकि दोनों को भरपूर पब्लिसिटी मिली थी. स्वामी चक्रपाणि ने तो नीलामी में जीती किसी और कि हुंडई कार को दाऊद की बताकर आग के हवाले किया और वाहवाही लूटी. इसबार भी वो बोली में हिस्सा लेने का दावा कर खबरों में बने हुए हैं. दावा किया है कि जीतने के बाद वह यहां पर शौचलय बनाएंगे.

नीलामी 14 नवंबर को सुबह 10 बजे इंडियन मर्चेन्ट चैंबर के हॉल में होगी. उसी समय ई-ऑक्शन की प्रक्रिया भी शुरू होगी. देर शाम तक परिणाम घोषित होगा. वैसे इसबार साफेमा को उम्मीद है कि दाऊद परिवार की तीनों संपत्तियां नीलाम हो जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि साफेमा सूत्रों के मुताबिक डाम्बर वाला बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है और यह कभी भी गिर सकती है. इसी बारिश में उसके बगल की  बिल्डिंग गिर भी चुकी है. अगर डाम्बरवला बिल्डिंग गिरती है तो उसमें जानमाल का नुकसान हो सकता है और एजेंसी जिसके कब्जे में इमारत है वो कटघरे में खड़ी की जा सकती है. वैसे एजेंसी भी मानती है कि सैफी बुरहानी अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट ही सही पर्याय है, इसलिए सिर्फ प्रचार के लिए खेल खराब करने वालों पर इस बार कार्रवाई पर भी विचार किया जा सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *