प्रो अभिमन्यु कुमार बने आयुर्वेदिक विवि के नए कुलपति
देहरादून : उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय को लंबे इंतजार के बाद आखिरकार कुलपति मिल गया। राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली के पूर्व निदेशक प्रो अभिमन्यु कुमार को विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई हैं।
आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में कुलपति का पद तकरीबन एक वर्ष से रिक्त चल रहा है। इस बीच सरकार की ओर से गठित सर्च कमेटी ने कुलपति पद पर संस्तुति के साथ नामों का पैनल राजभवन को भेजा था। राज्यपाल ने सरकार की संस्तुति और उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय अधिनियम 2009 की धारा-11 के प्रावधानों के तहत प्रो अभिमन्यु कुमार को बतौर कुलपति नियुक्त किया है।
प्रो अभिमन्यु कुमार बीते 30 वर्ष से शैक्षिक, क्लीनिकल और शोध गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। आयुर्वेद बाल रोग में एमडी डॉ अभिमन्यु कुमार ने पीएचडी भी हासिल की। बाद में उन्होंने मनोविज्ञान से एमएससी डिग्री के साथ ही योग में डिप्लोमा भी हासिल किया।
उन्होंने पांच पुस्तकें लिखी हैं, जबकि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में उनके 145 शोध पत्र भी प्रकाशित हो चुके हैं। प्रो कुमार सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज, नई दिल्ली के महानिदेशक के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
आयुष के क्षेत्र में अहम योगदान
शिक्षाविद व आयुष विज्ञान विशेषज्ञ डॉ अभिमन्यु कुमार ने एक अंतर्राष्ट्रीय शोध परियोजना और केंद्र सरकार प्रायोजित तीन अन्य शोध परियोजनाओं को पूर्ण किया। वह राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर में बाल रोग पूर्व विभागाध्यक्ष रह चुके हैं।
केंद्र सरकार के आयुष विभाग में क्लीनिकल डॉक्यूमेंटेशन इन नेशनल इंस्टीट्यूट्स के राष्ट्रीय समन्वय के साथ ही वह 11वीं और 12वीं पंचवर्षीय योजनाओं के लिए योजना आयोग की ओर से गठित स्टीयङ्क्षरग कमेटी के सदस्य के रूप में वह अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं। आयुर्वेदिक बाल रोग विशेषज्ञों के भारतीय संघ के पहले संस्थापक अध्यक्ष प्रो कुमार का आयुर्वेदिक विज्ञान के क्षेत्र में व्यापक अनुभव है।