कांग्रेस में प्रीतम सिंह का दबदबा
देहरादून। उत्तराखण्ड की कांग्रेस में हरीश रावत को पीछे करते हुए तकरीबन सवा साल बाद प्रीतम राज की शुरुआत हो गई। 26 सांगठनिक जिलों में 23 में घोषित जिला और महानगर अध्यक्षों में अधिकतर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह की पसंद से चुने गए हैं। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को भी तरजीह मिली है। सबको साथ लेकर चलने की रणनीति के तहत प्रीतम सिंह ने इन नियुक्तियों में पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के साथ ही विधायकों और पूर्व विधायकों की इच्छा का ध्यान रखा है। अलबत्ता, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनके खासमखास माने जाने वाले गोविंद सिंह कुंजवाल के लिए जिलों में की गईं नई नियुक्तियों को झटके के तौर पर देखा जा रहा है। कुमाऊं मंडल और हरिद्वार जिले में रावत खेमे से जुदा नए चेहरों पर दांव खेला गया है।
विधानसभा चुनाव में बुरी तरह शिकस्त मिलने के बाद कांग्रेस ने बीते वर्ष मई माह में किशोर उपाध्याय के स्थान पर प्रीतम सिंह को नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया था। अभी तक यानी सवा साल तक प्रीतम सिंह जिलों से लेकर प्रदेश स्तर तक पुरानी कार्यकारिणी को ही साथ लेकर चले हैं। अब इसमें बदलाव का श्रीगणेश हो गया है।