भाजपा ने स्थायी राजधानी का मुद्दा लटकाया: प्रीतम
देहरादून : राज्य स्थापना दिवस के मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने पिछली कांग्रेस सरकारों के कार्यों का गुणगान किया। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा पर स्थायी राजधानी के मुद्दे को लटकाने का आरोप लगाया।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित गोष्ठी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य बनने के बाद तत्कालीन भाजपानीत सरकार ने स्थायी राजधानी के मुद्दे को लटकाने का काम किया। इस वजह से आज तक स्थायी राजधानी नहीं बन पाई। अब केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकारें होने के बावजूद इस मुद्दे पर गुमराह किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य बने हुए सत्रह साल गुजरने के बावजूद कई चुनौतियां हैं। महिलाओं के सिर का बोझ कम करने और युवाओं के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में कठिन परिस्थितियों में प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी। 2013 की आपदा ने पूरे प्रदेश को तोड़कर रख दिया था। राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार के नेतृत्व में सभी लोगों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं राजनैतिक नेतृत्व ने दिन रात एक कर राज्य के आत्मविश्वास को लौटाया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल यात्रा कर सुरक्षित उत्तराखंड का संदेश दिया था। इससे चार धाम यात्रा सुचारु होने में मदद मिली।
नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने कहा कि कांग्रेस की पहली निर्वाचित सरकार ने मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में राज्य के विकास का मजबूत आधार तैयार किया। जलविद्युत योजनाओं के क्षेत्र में तेजी से काम हुआ। पिछली कांग्रेस सरकारों ने पर्वतीय कृषि उत्पादों को बढ़ावा देते हुए किसानों को प्रति कुंतल अतिरिक्त बोनस की व्यवस्था की। हरेला जैसे पर्व मनाकर राज्य की संस्कृति को विश्व पटल में पहचान दिलाने का काम किया। राज्य के सामने बड़ी चुनौती पलायन रोकने की है।
गोष्ठी में तोताराम काला, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी, राजेंद्र शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह, नवीन जोशी, याकूब सिद्दिकी, सुरेंद्र रांगड़ प्रदीप जोशी, अनुपम शर्मा ने विचार रखे। गोष्ठी का संचालन पार्षद जगदीश धीमान ने किया। इस मौके पर राज्य आंदोलन के शहीदों और आंदोलनकारियों के योगदान को सराहा गया। गोष्ठी के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की मूर्ति व शहीद स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।