बवाना उपचुनाव की तैयारियां पूरी, EVM में कैद होगी 8 प्रत्याशियों की किस्मत
नई दिल्ली । बवाना विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बुधवार को करीब 2.94 लाख मतदाता आठ उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सुबह आठ से शाम छह बजे तक ईवीएम और वीवीपैट के जरिए मतदान कराया जाएगा।
वर्ष-2015 के आम चुनाव की तुलना में इस बार करीब साढ़े आठ हजार मतदाता कम हो गए, लेकिन उम्मीदवारों की संख्या छह से बढ़कर आठ हो गई है। वहीं, थर्ड जेंडर वोटर की संख्या घटी है, लेकिन सर्विस वोटर की संख्या में इजाफा हुआ है।
मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ने इस बार 95 पोलिंग बूथ बढ़ाते हुए मतदाताओं को लंबी लाइन से बचाने का भी प्रयास किया है। तमाम बूथों पर पेयजल, व्हील चेयर और सुरक्षा के इंतजाम कराए गए हैं।
ये हुए बदलाव
वर्गीकरण-आम चुनाव 2015- उप चुनाव 2017
पुरुष मतदाता- 169284, 164114
महिला मतदाता-133535, 130143
थर्ड जेंडर मतदाता- 30, 25
सर्विस मतदाता-259, 307
कुल मतदाता-303108, 294589
कुल उम्मीदवार-06, 08
पोलिंग स्टेशन-284, 379
बूथ पर औसत वोटर-1067, 776
वर्ष 1993 से अब तक के विधायक
1993–चांदराम, भाजपा
1998 –सुरेंद्र कुमार, कांग्रेस
2003– सुरेंद्र कुमार, कांग्रेस
2008– सुरेंद्र कुमार, कांग्रेस
2013– गुग्गन सिंह, भाजपा
2015– वेदप्रकाश, आम आदमी पार्टी
खास बातें
– बवाना विधानसभा क्षेत्र के छह वार्ड में चार पर भाजपा, एक-एक पर ‘आप’ व बसपा काबिज है।
– भाजपा से वेदप्रकाश, कांग्रेस से सुरेंद्र कुमार, आम आदमी पार्टी से रामचंद्र उम्मीदवार हैं।
-विधानसभा क्षेत्र में 26 गांव, करीब 50 अनाधिकृत कॉलोनी, दो पुनर्वास कॉलोनी, एक डेयरी कॉलोनी और रोहिणी के चार सेक्टर शामिल हैं।
चुनावी मुद्दे
– सड़क, सफाई व्यवस्था, कई इलाकों में पेयजल की आपूर्ति, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था
– ग्राम सभा की जमीन, भूमिहीनों को प्लॉटों का मालिकाना हक, दिल्ली देहात को कृषि देहात का दर्जा
– कृषि भूमि अधिनियम की धारा 81 को खत्म करना आदि