…तो पुलिस ही टैंकर से चोरी करती रही तेल

रुड़की : गंगनहर कोतवाली पुलिस की कस्टडी में खड़े तेल के टैंकर से सात हजार लीटर डीजल गायब होने के मामले में नया मोड़ सामने आया है। अब इस मामले में एक वीडियो जिलाधिकारी को भेजी गई है। जिसमें एक कांस्टेबल बाल्टी लेकर तेल निकालता नजर आ रहा है। जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिये हैं।

हरियाणा से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की तेल की लाइन लंढौरा आ रही है। छह अगस्त 2015 को गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के बंदाखेड़ी गांव के पास से इस लाइन को ब्रेक कर आठ लोग तेल चोरी कर रहे थे। पुलिस ने मौके पर छापा मारकर सात हजार लीटर तेल से भरा टैंकर और आठ आरोपियों को पकड़ लिया था। पुलिस ने तेल टैंकर को अपने कब्जे में ले लिया था। कुछ दिन पहले गंगनहर कोतवाली पुलिस ने टैंकर से डीजल के निस्तारण की मांग उठाते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर कोर्ट ने एएसडीएम प्रेमलाल, सीओ स्वप्न किशोर सिंह, अपर तहसीलदार आशीष घिल्डियाल और आइओसी के अधिकारियों की एक कमेटी गठित की। कमेटी को तेल का सैंपल लेना था। इस पर बुधवार को कमेटी तेल का सैंपल लेने के लिए टैंकर के पास पहुंची तो उसमें एक बूंद भी तेल नहीं निकला। जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि टैंकर तेल से पूरी तरह से खाली है। इस पर पुलिस की ओर से तर्क दिया गया कि टैंकर में रिसाव होने के चलते तेल बह गया। लेकिन गुरुवार को इस मामले में नया मोड़ आ गया। किसी ने एक वीडियो जिलाधिकारी को भेजा है। जिसमें एक पुलिसकर्मी बाल्टी लेकर टैंकर से तेल निकालता दिख रहा है।

जिलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि पुलिस कस्टडी में सात हजार लीटर तेल का गायब होना गंभीर मामला है। ऊपर से वीडियो में जो दिख रहा है। वह उससे भी ज्यादा गंभीर है। इस मामले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट में यदि पुलिस दोषी पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

धड़ल्ले से हो रही थी तेल की चोरी 

जिस समय यह टैंकर पकड़ा गया था उस समय इसे यूं ही खड़ा कर दिया गया। तेल निकासी के प्वाइंट को भी चेक नहीं किया गया। दिन हो या रात इस टैंकर से तेल चोरी होता रहा। अधिकारियों तक भी मामले की भनक नहीं पहुंची। अधिकारियों ने पुलिस से पूछा, तो पुलिस ने लीपापोती करते हुए कहा कि टैंकर में रिसाव हो रहा है। तेल की कोई चोरी नहीं हो रही है। लेकिन अब पुलिस अधिकारियों से जवाब देते नहीं बन रहा है।

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