चीन में कोरोना से हाहाकार; बुलानी पड़ी सेना, शंघाई की 2.6 करोड़ आबादी का होगा कोविड टेस्ट
नई दिल्ली । स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 438 नए केस मिले हैं। साथ ही 7,788 ऐसे मामले भी मिले जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं हैं। दोनों तरह के मामले कल की तुलना में ज्यादा है।चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। लाखों लोग लॉकडाउन के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 438 नए मामलों की पुष्टि हुई है। साथ ही 7,788 ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं हैं। दोनों तरह के मामले कल की तुलना में थोड़े ज्यादा हैं। वहीं, उत्तर पूर्वी प्रांत जिलिन में रविवार कोरोना वायरस के कुल 4,455 नए मामले सामने आए, जो शनिवार को सामने आए मामलों से अधिक हैं। कई देशों की तुलना में यह संख्या कम है, लेकिन दैनिक मामले चीन में 2019 के अंत में वुहान में मिले मामलों के बाद सबसे ज्यादा हैं। शंघाई में 2.6 करोड़ की आबादी दो चरणों में लॉकडाउन का सामना कर रही है। यहां हालात इतने खराब हो चुके हैं कि चीनी प्रशासन को यहां पर सेना भेजने पड़ी है। रिपोर्ट के मुताबिक, शंघाई में PLA ने कुल 2,000 मेडिकल पर्सनल्स की तैनाती की है। अलग-अलग इलाकों में हजारों की संख्या में हेल्थवर्कर्स भी तैनात किए गए हैं। ये लोग घर-घर जाकर कोरोना टेस्टिंग कर रहे हैं। साथ ही लोगों को घर में ही रहने की हिदायत भी दी जा रही है।
पुडोंग में लाखों लोग घरों में कैद
पूर्वी पुडोंग क्षेत्र के निवासियों को शुक्रवार को घरों से निकलने की इजाजत दी जानी थी, जबकि पश्चिमी पुशी क्षेत्र में शुक्रवार से चार दिन के लिए लॉकडाउन लगा हुआ है। आश्वासन के बावजूद, पुडोंग में लाखों लोग लगातार घरों में कैद हैं। निवासियों से कहा गया है कि वे रोजाना कोविड-19 की जांच करें, घर में मास्क लगाने समेत एहतियाती उपाय करें और परिवार के सदस्यों के नजदीक जाने से बचें। वुहान में 76 दिन का लॉकडाउन लगाया था, लेकिन वहां लोगों को इसे लेकर ज्यादा शिकायतें नहीं थी। शंघाई में कई लोग इसकी शिकायतें कर रहे हैं। वे सोशल मीडिया पर अपनी परेशानियां बता रहे हैं।