राजस्व परिषद में पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ एक और मुकदमा
रामपुर । अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रामपुर के विधायक आजम खां के खिलाफ प्रदेश राजस्व परिषद में एक और वाद दायर किया गया है।
जमीन की अदला बदली कर जौहर यूनिवर्सिटी में लेने के आरोप में पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खां के खिलाफ वाद में कहा गया कि मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट पूरी तरह से व्यायसायिक संस्था है। उधर आजम खां का दावा है कि वह एक सोसायटी है। जिसके आजम खां आजीवन अध्यक्ष हैं। अन्य सदस्य उनके परिवार के ही लोग हैं।
मौलाना मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में रेत नदी की भूमि है। इस भूमि को लेने के लिए 2012 में एसडीएम रमेश चंद्र शुक्ला के न्यायालय में आजम खां ने ट्रस्ट के अध्यक्ष की हैसियत से आवेदन किया था। साथ ही बदले में अपनी जमीन देने को कहा था। इस पर एसडीएम ने आजम खां के पक्ष में फैसला किया।
इसके बाद कमिश्नर शिवशंकर सिंह की कोर्ट ने भी एसडीएम के फैसले को सही ठहराया। प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही मामले में शिकायत हो गई। जिलाधिकारी ने जांच कराई तो पिछले दिनों एसडीएम सदर रहे गजेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दी कि ग्राम सभा सींगनखेड़ा की भूमि यूनिवर्सिटी में है, जिसका न्यायालय एसडीएम टांडा द्वारा विनिमय कर दिया गया है।
इसमें अनियमितता बरती गई। जांच आख्या मिलने के बाद अदालत राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद में सरकार के जरिये कलक्टर मुकदमा दायर किया गया। शासकीय अधिवक्ता दीपक सक्सेना ने तर्क दिया कि विनिमय में जो जमीन जौहर यूनिवर्सिटी को मिली वह ग्राम सभा की है और अत्यंत कीमती व सार्वजनिक उपयोग की है, जबकि इसके बदले में दी गई जमीन केवल कागजों में है, मौके पर उपलब्ध नहीं है।
यह भूमि कोसी नदी के डूब क्षेत्र में है, जिसका कोई उपयोग सार्वजनिक हित में नहीं किया जा सकेगा। इस मामले में एसडीएम और मंडलायुक्त ने फैसला देने में अनियमितता दिखाई है। इसी कारण से इन दोनों ही अफसरों के निर्णय निरस्त होने योग्य है। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी का कहना है कि एक मुकदमा चकरोड की जमीन को लेकर हुआ और दूसरा मुकदमा रेत नदी की भूमि को लेकर कराया गया है।
भाजपा सरकार के निशाने पर हैं मदरसे: आजम
पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खां ने कहा कि मदरसे और इनको चलाने वाले बहुत पहले से भाजपा सरकार के निशाने पर हैं। अब मदरसों में कोर्स भी सरकार तय कर रही है, लेकिन इनमें पढ़ाई शरीयत के तरीके से ही होगी।
सपा विधायक ने अपने आवास पर मीडिया से वार्ता में मदरसों में पाठयक्रम को लेकर सरकार ने जो आदेश दिए हैं, उस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि जो लोग ताज महल गिराने पर तुले बैठे हैं, उनकी नजर में मदरसे तो बहुत पहले से हैं। रायबरेली हादसे पर बोले, जांच इस बात की होनी चाहिए कि ब्वॉयलर कैसे फट गया।
News Source: jagran.com