26 जनवरी से 36 घंटे पहले दिल्ली पुलिस ने खोला 150 फुट लंबी सुरंग का राज
नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल चोरी के अजब खुलासे से सनसनी फैल गई। सोनीपत से बिजवासन की ओर जा रही इंडियन ऑयल की पाइपलाइन में सुराख कर करीब 150 मीटर लंबी सुरंग के जरिये पेट्रोल निकाला जा रहा था। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब मंगलवार रात अचानक द्वारका क्षेत्र में सूरज विहार के पास एक खाली प्लॉट में खोदी गई सुरंग में जोरदार धमाका हुआ।
इंडियन ऑयल की अंडरग्राउंड जा रही पाइपलाइन में जोरदार धमाके के बाद 150 फुट लंबी सुरंग मिलने से सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस में हड़कंप मच गया। शातिर बदमाशों ने लंबी सुरंग खोदकर पाइपलाइन में वॉल्व फिट करके पेट्रोल चोरी करने का जुगाड़ निकाल लिया था।
मंगलवार देर रात तकनीकी जुगाड़ करते वक्त अचानक इसमें धमाका हो गया, जिसकी आवाज न सिर्फ करीब एक किलोमीटर तक सुनाई दी, बल्कि आसपास के मकान भी हिल गए। ब्लास्ट से लोगों ने कई तरह की आशंकाएं जताते हुए पुलिस को सूचना दे दी। इसके बाद पूरे मामले की पोल खुली।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी, अर्द्धसैनिक बल, बम व डॉग स्क्वाड की टीमें मौके पर पहुंचीं। सुरक्षा एजेंसियां इसलिए भी सकते में आ गईं, क्योंकि 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह को महज कुछ ही घंटे बचे हैं।
वहीं, घटनास्थल से ही पुलिस ने मुख्य आरोपी जुबैर को पकड़ लिया, जबकि उसके दो साथी फरार हो गए। द्वारका नॉर्थ थाने में एक्सप्लोसिव एक्ट, पेट्रोलियम एंड मिनरल पाइपलाइंस एक्ट, पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। वहीं, इंडियन ऑयल की टीम पाइपलाइन की मरम्मत में जुट गई है। वहीं धमाके की वजह अचानक गैस का बनना बताया जा रहा है।
द्वारका सेक्टर तीन स्थित नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी संस्थान (एनएसआइटी) के द्वार के ठीक सामने स्थित सूरज विहार में 250 गज के प्लॉट पर मंगलवार रात करीब नौ बजे जबरदस्त धमाका हुआ था। इससे आसपास बने मकान हिलने लगे। एक मकान की छत से प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिर गया। पुलिस से तत्परता दिखाते हुए जुबैर नामक आरोपी को दबोच लिया। आरोपी ने करीब पांच माह पहले इस प्लॉट को कबाड़ गोदाम व कारों के बंपर रिपेयरिंग के नाम पर किराये पर लिया था। आरोपी को पता था कि यहां से करीब 10 मीटर की दूरी पर ही इंडियन ऑयल की पाइपलाइन जा रही है।
यह प्लॉट दो तरफ से खुला है और इसमें टिन शेड का कमरा बना है। यहां कुछ कबाड़ पड़ा है और शेड में रखे सोफे के नीचे सुरंग है। आरोपियों ने तीन महीने पहले इस सुरंग को खोदना शुरू किया था। आसपास के लोगों को इसकी भनक नहीं लगी। करीब पांच फुट चौड़ी और 10 फुट गहरी एक दस मीटर लंबी सुरंग खोदी।
इसके बाद पाइपलाइन में छेद करके दो इंच का प्लास्टिक का पाइप डाल दिया। आरोपी सुरंग से होते हुए जाते थे और वहां से पेट्रोल की चोरी करके निकल आते थे। 21 जनवरी से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन डिपो को अपने सिस्टम में एनएसआइटी के पास कम दबाव दिखाई देने लगा, जिसके बाद सुरक्षा टीम पाइपलाइन में सेंध की खोजबीन कर रही थी। मंगलवार रात को हुए अचानक धमाके के बाद पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया।