दशरथपुरी ड्रेन की सफाई के बाद सड़क किनारे खड़ा गाद का पहाड़
पश्चिमी दिल्ली : बारिश के मौसम के दौरान बरसाती नालों की सुध नहीं ली गई और जब ली गई तो गाद किनारे छोड़ कर्मचारी चलते बने। अब जनता इससे जूझ रही है। एक तरफ तो देश में स्वच्छता अभियान की बात कही जाती है और दूसरी तरफ ऐसी लापरवाही सामने आती है। यह हालत आज की बात नहीं है बल्कि कर्मचारी गाद निकाल उसे नाले के किनारे यह कहकर छोड़ कर चले जाते हैं कि एक-दो दिन में सूख जाने के बाद हर हाल में इसे उठा लिया जाएगा, लेकिन वह एक-दो दिन कभी नहीं आते और गंदगी का आलम पसरा रहता है। लापरवाही का यह आलम नेताओं के वादों की पोल खोलकर रख देता है।
पालम डाबड़ी सड़क पर स्थित दशरथ पुरी ड्रेन की सफाई का कार्य हाल ही में पूरा किया गया है, लेकिन काम पूरा होने के बावजूद भी पूरा नजर नहीं आता। नाले से निकाली गई गाद नाले के किनारे ही छोड़ दी गई है। चार दिन पहले ड्रेन की सफाई का कार्य पूरा किया गया, लेकिन गाद उठाने का कार्य अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे में सफाई होना और नहीं होना ना के बराबर प्रतीत होता है। मुख्य सड़क के किनारे खड़े गाद के पहाड़ के चलते यहां सुबह और शाम के समय जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है। इसके अलावा बदबू और मच्छर से आसपास रहने वाले और वहां से गुजरने वाले लोगों का बुरा हाल है। मुख्य सड़क के साथ साथ यह सड़क कई कॉलोनियों और बाजारों को जोड़ती है। ऐसे में गंदगी के इस रूप के चलते क्षेत्र की छवि पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। विशेष बात यह है कि सड़क के किनारे पर निजी स्कूल है तो दूसरे किनारे मातृ एवं शिशु अस्पताल है, ऐसे में गाद के चलते लोगों के सामने आने वाली परेशानियों का अंदाजा भलीभांति लगाया जा सकता है।