सीलिंग पर दिल्‍ली सील: 48 घंटे बंद रहेंगे बाजार, आज हो सकता है राहत का ऐलान

नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रही सीलिंग के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली के बाजार बंद रहेंगे। वैसे, अलग-अलग कारोबारी संगठनों ने दो और तीनों दिनों के बंद की घोषणा की है, लेकिन कई बाजारों ने सांकेतिक विरोध दर्ज कराते हुए एक ही दिन शुक्रवार को बाजार बंद का ऐलान किया है। वहीं, उपराज्यपाल अनिल बैजल अधिकारियों की शुक्रवार को अहम बैठक ले रहे हैं, इसमें सीलिंग को लेकर कोई रास्ता निकल सकता है।

कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने सीलिंग के विरोध में शुक्रवार और शनिवार (48 घंटे) बाजार बंद की घोषणा की है। वहीं, एक अन्य कारोबारी संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) ने एक कदम आगे बढ़ते हुए रविवार को भी यानी लगातार 72 घंटे दिल्ली बंद का ऐलान किया है। हालांकि, बंद से कारोबार पर दोहरी मार पड़ने के चलते कई बाजारों ने अलग रास्ता अख्तियार करने का फैसला लिया है।

चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने कहा कि चांदनी चौक के व्यापारियों की बैठक में एक राय से शुक्रवार (24 घटे) बाजार बंद का फैसला लिया गया है।

दुकानदार दुकानें बंद रखकर सीलिंग के खिलाफ विरोध दर्ज कराएंगे। वहीं, नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव विक्रम बधवार ने कहा कि अभी तक शुक्रवार को कनॉट प्लेस की दुकानें बंद करने का फैसला लिया गया है। आगे बंद में शामिल होने को लेकर फैसला शुक्रवार शाम कनॉट प्लेस के दुकानदारों की बैठक में लिया जाएगा। गांधी नगर जैसे बाजारों के कारोबारी संगठनों ने दो दिनों तक बाजार बंद में शामिल होने की घोषणा की है।

इस बीच कैट ने बयान जारी कर दावा किया कि शुक्रवार से दो दिनों तक दिल्ली के करीब 2500 बाजार बंद रहेंगे, जबकि 100 स्थानों पर व्यापारी विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं सीटीआइ के संयोजक बृजेश गोयल और हेमंत गुप्ता ने कहा कि 2 से 4 फरवरी तक दिल्ली की 8 लाख दुकानें और 1.5 लाख फैक्ट्रिया पूरी तरह से बंद रहेंगी। इस बंद को 750 कारोबारी संगठन और 20 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र ने समर्थन किया है।

LG करेंगे आज अहम बैठक 

वहीं, सीलिंग पर बढ़ते विरोध के बीच शुक्रवार को उपराज्यपाल निवास में होने वाली दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की बैठक मे राजधानी को सीलिंग से राहत मिलेगी। इस विशेष बैठक के लिए डीडीए ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। बैठक में सीलिंग से राहत दिलाने के लिए प्रस्ताव रखे जाएगे और इसके बाद ही फाइनल निर्णय होगा।

शुक्रवार की बैठक मे मंजूर हुए निर्णयों को अंतिम स्वीकृति के लिए शहरी आवास एवं विकास मंत्रालय में भेजा जाएगा। इस बीच डीडीए ने बोर्ड बैठक को लेकर ड्राफ्ट प्लान तैयार कर लिया है।

दिल्ली को सीलिंग से निजात दिलाने के लिए डीडीए मास्टर प्लान-2012 में संशोधन किया जाएगा। इस संशोधन के विकल्पों को लेकर 24 और 30 जनवरी को डीडीए के अधिकारियो और शहरी आवास एवं विकास मंत्रालय की लबी बैठकें हो चुकी हैं।

शुक्रवार की बैठक में व्यापारियों को एफएआर (फ्लोर एरिया रेशियो) में भी बड़ी राहत मिल सकती है। इसे 180 से बढ़ाकर 300 से 350 तक किया जा सकता है। ज्यादा सभावनाएं 300 किए जाने की बनी हुई हैं।

इसके अलावा दिल्ली में एक समान एफएआर की व्यवस्था भी लागू की जा सकती है। इतना ही नहीं, कनवर्जन चार्ज और उस पर लगी पैनाल्टी पर भी व्यापारियो को बड़ी राहत देने का निर्णय बैठक में लिया जा सकता है।

डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार प्रस्ताव का पूरा ड्राफ्ट लगभग तैयार है। 4 से 5 प्रस्ताव बनाए गए हैं। यह बैठक में तय होगा कि किन किन को मजूरी मिलती है।

डीडीए अधिकारियों के अनुसार, बोर्ड बैठक में पास हुए प्रस्तावों को आम तौर पर जनता की प्रतिक्रिया के बाद मंत्रालय से मजूरी दी जाती है। जनता को राय देने के लिए 45 दिन का समय दिए जाने का नियम है, लेकिन अब इसके लिए तीन दिन का समय देने की तैयारी भी की जा रही है। यानी तीन दिन में ही पब्लिक से मिली शिकायतों और सुझावों पर विचार किया जाएगा।

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