अवैध संबंध का विरोध करने भड़की पत्नी, सुपारी देकर करवा दी पति की हत्या
नई दिल्ली । न्यू अशोक नगर में करीब दो हफ्ते पहले हुई दूध सप्लायर धर्मेंद्र (38) की हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने उसकी पत्नी शीला उर्फ शालू (24) को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार शालू ने अवैध संबंधों में बाधक अपने पति की आगरा के तीन बदमाशों को एक लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या करवाई थी।
दो बदमाश गिरफ्तार
पुलिस ने तीन में से दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान प्रमोद कुमार (24) निवासी कोटली बगीची, ताजगंज आगरा व विवेक कुमार उर्फ अरनव (21) निवासी टुंडपुरा, नई आबादी, ताजगंज निवासी के रूप में हुई है। इस मामले में कन्हैया उर्फ कृष्णा नाम के युवक की तलाश अभी जारी है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल चाकू, खून से सने कपड़े और एक जोड़ी चप्पल भी बरामद की है।
नाले से मिला शव
पुलिस उपायुक्त ओमवीर सिंह ने बताया कि 29 अगस्त को जनता फ्लैट, कोंडली निवासी सुरेंद्र कुमार ने अपने भाई धर्मेंद्र कुमार की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने 31 अगस्त को मयूर विहार फेज-3 के पास नाले से धर्मेंद्र का शव बरामद किया था। उसके शरीर पर चाकू के आधा दर्जन से अधिक वार थे।
मोबाइल की कॉल डिटेल ने खोला राज
एसीपी आनंद कुमार मिश्रा के नेतृत्व में थाना प्रभारी सीआर मीणा और इंस्पेक्टर राजीव विमल की टीम ने जांच शुरू की। पुलिस ने जब धर्मेंद्र की पत्नी के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई तो आगरा के कुछ बदमाशों के संपर्क में होने का पता चला। शक के आधार पर शीला को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो वह टूट गई। उसने पति की हत्या करवाने की बात कबूल की।
अवैध संबंध का विरोध किया तो मरवा डाला
शीला ने बताया कि उसका पति नोएडा में एक डेयरी पर दूध सप्लाई करता था। वहीं वह ब्यूटी पार्लर चलाती है, वहीं पर दीपक नाम के युवक से उसकी दोस्ती हुई और दोनो के बीच संबंध बन गए। करीब पांच माह पहले धर्मेंद्र को इसका पता चला तो उसने विरोध किया। शीला ने उसी समय पति को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। उसने अपने एक अन्य दोस्त कन्हैया की मदद ली।
कन्हैया ने आगरा से दो सुपारी किलर प्रमोद व विवेक को दिल्ली बुलाया। एक लाख रुपये में सौदा होने के बाद शीला ने 40 हजार रुपये एडवांस में दिए। बदमाशों ने 29 अगस्त को तड़के धर्मेंद्र की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। बाद में शव को नाले में फेक दिया। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि हत्या में दीपक भी तो शामिल नहीं था।
हत्यारों को दिलाया किराये का मकान
शीला को कन्हैया भी ब्यूटी पार्लर पर ही मिला था। यहीं से दोनों बीच दोस्ती हुई। पति के बारे में जब शालू ने कन्हैया को बताया तो उसने आगरा से दो सुपारी किलर दिल्ली बुला लिये। दो माह पूर्व शीला ने प्रमोद व विवेक को गाजीपुर इलाके में किराये का कमरा दिला दिया। इसके बाद से दोनों वारदात को अंजाम देने की योजना बनाते रहे।
प्रमोद व विवेक ने रेकी कर धर्मेंद्र की हत्या के लिए तीन बार प्रयास किया। वह चौथी बार में 29 अगस्त को कामयाब हो गए। शीला ने दोनों को बताया था कि डेयरी पर काम करने की वजह से धर्मेंद्र सुबह 4:00 बजे घर से निकलता है। दोनों ने उसी समय धर्मेंद्र को घेरने का प्रयास किया, लेकिन लोगों के मौजूद होने के कारण पहले वह वारदात को अंजाम नहीं दे पाए।
उम्र के फासले ने बढ़ाई दूरी
धर्मेंद्र और शीला के बीच उम्र का फासला करीब 14 साल का था। दोनों की शादी करीब पांच साल पहले घरवालों की मर्जी से हुई थी। कुछ समय तक तो शालू घर में रही। लेकिन बाद में वह ब्यूटी पार्लर चलाने लगी तो स्वच्छंद हो गई। यहीं, उसे हमउम्र दीपक मिला और दोनों नजदीक आ गए। शीला ने बताया कि उसका पति तड़के चला जाता था और रात को देर से घर आता था। ऐसे में वह उसे और दोनों बेटियों को बिल्कुल भी समय नहीं दे पाता था।