तपोवन में पर्वतारोहियों के साहस की याद दिलाते हैं मेमोरियल

उत्तरकाशी : गंगोत्री हिमालय में समुद्रतल से 4600 मीटर की ऊंचाई पर अपनी अलौकिक सुंदरता के लिए विख्यात तपोवन पर्वतारोहियों के जुनून एवं जज्बे का गवाह भी है। यहां परिजनों की ओर से उन पर्वतारोहियों के मेमोरियल स्थापित किए गए हैं, जिनकी शिवलिंग चोटी के आरोहण के दौरान मौत हो गई थी।

बीते वर्ष शिवलिंग आरोहण के दौरान मृत पोलिश पर्वतारोहियों के परिजनों ने भी यहां मेमोरियल स्थापित करने के साथ एक छोटा सा मंदिर भी बनाया है। शिवलिंग सहित मेरू और सुमेरू चोटी के आरोहण को जाने से पहले पर्वतारोही इन मेमोरियल पर अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।

गंगोत्री से 25 किमी दूर गंगोत्री हिमालय के अंतर्गत आने वाला तपोवन तीन चोटियों का बेस कैंप है। इसमें 6543 मीटर ऊंची शिवलिंग चोटी प्रमुख है। यह चोटी दुनिया की सबसे तकनीकी चोटियों में शामिल है, जिसका आरोहण अपने आप में बड़ी चुनौती है। आरोहण के तीन में से दो रूट तो बेहद खतरनाक हैं। इस चोटी के आरोहण के दौरान अब तक आधे दर्जन पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है।

इनमें से चार के मेमोरियल उनके परिजनों ने तपोवन में स्थापित किए हैं। अक्टूबर 2016 में भी शिवलिंग चोटी के आरोहण के दौरान दो पोलिश पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी। इन दोनों का मेमोरियल स्थापित करने के लिए परिजन शिवलिंग चोटी के बेस कैंप तपोवन पहुंचे।

इनमें से एक पर्वतारोही लकास्ज की पत्नी डॉ. बारबरा ने अपने तीन बच्चों के साथ तपोवन पहुंचकर वहां छह दिन बिताए। डॉ. बारबरा ने एक पत्थर पर अपने पति लुकास्ज और दूसरे पर्वतारोही ग्रजेगुज माइकल का मेमोरियल लगाया।

ट्रैकिंग संचालक राजेश नेगी ने बताया कि तपोवन में छह पर्वतारोहियों के मंदिर और मेमोरियल हैं, जिनमें से चार के बारे में ही जानकारी उपलब्ध है। बताया कि लुकास्ज की पत्नी शिवलिंग चोटी के कैंप-वन तक भी गईं, जहां लुकास्ज की गिरकर मौत हुई थी। बारबरा ने बताया कि लुकास्ज पर्वतारोही के साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे, जबकि वह स्वयं बालरोग  विशेषज्ञ है। उनका एक बेटा और दो बेटियां हैं।

बारबरा ने तपोवन में पत्थर का एक छोटा मंदिर भी बनाया और लुकास्ज व ग्रजेगुज की तस्वीर उसमें रखी है। रक्षक टूर एंड ट्रैवल कंपनी के गाइड नरेंद्र सिंह चौहान बताते हैं कि शिवलिंग, मेरू व सुमेरू चोटी के आरोहण और तपोवन आने वाले पर्वतारोही इन मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अवश्य अर्पित करते हैं।

इन पर्वतारोहयों के हैं मेमोरियल

-ग्रजेगुज माइकल, निवासी पोलैंड,  मृत्यु 11 अक्टूबर 2016

-लुकास्ज, निवासी पोलैंड, मृत्यु 13 अक्टूबर 2016

-कर्ट स्टेनमेज, निवासी आस्ट्रेलिया,  मृत्यु 18 सितंबर 1999

-एरिक हेनसेलेट, निवासी इटली,  मृत्यु 26 अगस्त 1983

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