संक्रमण से बचने के लिए मास्क एक अहम् साधन साबित हो सकता है : जिलाधिकारी

अल्मोड़ा ।जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना, अल्मोड़ा द्वारा द्वारा जिला प्रशासन के साथ मिलकर कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों में अपना पूर्ण सहयेाग प्रदान किया जा रहा है। कोरोना महामारी के संक्रमण से बचने के लिए मास्क एक अहम् साधन साबित हो सकता है। एकाएक आयी इस महामारी के कारण इतनी अधिक संख्या में बाजार में मास्क की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिस कारण आवश्यक सेवाओं में संलग्न कार्मिकों जैसे पुलिस, दुग्ध वितरण, भोजन पैकेट वितरण करने वाले कार्मिक, मजदूर आदि को मास्क उपलब्ध नहीं हो पाये हैं। इस कड़ी में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना की जिला इकाई के प्रभागीय परियोजना प्रबन्धक कैलाश चन्द्र भट्ट के मार्गदर्शन में प्रत्येक विकास खण्ड के आजीविका संघों के चयनित सदस्यों द्वारा 5000 मास्क तैयार किये जाने का बीड़ा उठाया है। इस प्रकार कुल 7 विकास खण्डों में लगभग 35000 के आसपास मास्क तैयार किये जा रहे हैं। समूह सदस्यों द्वारा तैयार मास्क को जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक सेवाओं में संलग्न कार्मिकों, मजदूरों, पुलिस कार्मिकों को उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा 1 मास्क का मूल्य लगभग 12 रू. निर्धारित किया गया है। सहकारिता स्तर पर तैयार किये जाने वाले इन मास्कों को सहकारिता के चयनित सदस्यों द्वारा तैयार किया जायेगा। एक महिला द्वारा लगभग 2 घण्टे में 150 मास्क तैयार किये जा सकते हैं। प्रति मास्क, उक्त मास्क तैयार करने वाली महिला को लगभग 3 से 5 रू. प्रति मास्क पार्रिश्रमिक प्रदान किया जायेगा। मास्क तैयार करने हेतु कपड़े की व्यवस्था सहकारिताओं द्वारा स्वयं के स्तर से किया जायेगा।

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