प्रद्युम्न हत्याकांड: पिता के यक्ष सवाल, स्कूलों की मनमानी रोकने में सिस्टम फेल
गुरुग्राम । रेयान इंटरनेशनल स्कूल में मौत के घाट उतारे गए छात्र प्रद्युम्न ठाकुर के घर परिजनों को सांत्वना देने के लिए मंगलवार को भी कई नेता पहुंचे। नेताओं को उम्मीद थी कि प्रद्युम्न के पिता वरुण चंद ठाकुर को सामान्य करके चले आएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं वरुण चंद ने नेताओं पर जो तीखे सवाल दागे कि उनके पास उन प्रश्नों के कोई जवाब नहीं थे। आखिर वो कौन से यक्ष सवाल थे जिसे सुनकर नेताजी तिलमिला गए।
प्रद्युम्न ठाकुर के घर पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी बाद में राज्यसभा सांसद शरद यादव पहुंचे। दोनों नेताओं ने मासूम प्रद्युम्न के पिता वरुण चंद ठाकुर को सांत्वना दी। बातों की बातों में बेटे की मौत से आहत वरुण ने नेताओं को सिस्टम का आइना दिखा दिया। उन्होंने कहा कह नामी स्कूल के पीछे कोई नेता है। शायद ही बात है कि स्कूलों की मनमानी रोकने में प्रशासनिक सिस्टम फेल है।
बच्चों के साथ स्कूलों में रोज घटनाएं हो रही है। अभिभावक के पास बच्चे को स्कूल ना भेजने का तो विकल्प नही है। बच्चा स्कूल में सुरक्षित नही है तो इसका जिम्मेदार कौन है ? आप (राजनेता) नीति निर्धारण करने वाले है आपको ही देश का भविष्य सुरक्षित करना होगा। आप लोगों को पहल करनी होगी। नही आज मेरा लाल गया कल दूसरे के जिगर का टुकड़ा मार दिया जाएगा।
इस तरह के अपराधों को अंजाम देने वालों का मनोबल टूटना चाहिए। इस स्कूल में पहले भी घटनाएं हो चुकी है। हम उन घटनाओं को नजरअंदाज करते रहे। ये उसी लापरवाही का नतीजा है कि स्कूल प्रबंधन का हौसला बढ़ता गया। उस लापरवाही की मुझे इतनी बड़ी सजा मिली।
आए दिन स्कूलों में बच्चों के साथ यौन उत्पीडऩ की घटनाएं सामने आ रही है। बच्चा स्कूल में सुरक्षि नहीं तो अभिभावक कहां जाए ? ऐसा क्या हुआ कि स्कूल में जाते ही मेरे बेटे की हत्या कर दी गई ? जीतनराम मांझी के पास इन सवालों के जवाब तो नही थे, पर उन्होंने आश्वासन दिया कि इस घटना से काफी आहत है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर इस घटना की सीबीआइ जांच की बात करेगें। वहीं शरद यादव ने भी सीबीआइ से जांच कराए जाने की मांग करने की बात कही। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी प्रद्युम्र के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की चीज नही रह गई।
भाजपा के शासन में स्कूलों में बच्चे ही सुरक्षित नही है। उन्होंने कहा जब पीडि़त परिवार मांग कर रहा है तो सरकार को सीबीआइ जांच करानी चाहिए। दूसरी ओर सीएम ने मंगलवार को भी पीडि़त परिवार से पुलिस जांच के बारे में बताया उन्होंने कहा एक भी दोषी छोड़ा नही जाएगा। मामला विशेष कोर्ट में चलाने की सिफारिश की गई है।