मनोहर लाल बोले, दादूपुर नलवी नहर का उपयोग नहीं, हजारों करोड़ बहाकर क्या फायदा
करनाल। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दादूपुर नलवी नहर का कोई उपयोग नहीं है, इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। जिन किसानों को जमीन वापस चाहिए, देंगे। बाकी की जमीन का उपयोग करेंगे। दरअसल, यह प्रोजेक्ट आगे बढ़ाने लायक नहीं है। एक प्रकार से इसे कांग्रेस ने ही इसे रोक दिया था।
सीएम मनोहर लाल रविवार को करनाल के विकास सदन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नहर नहीं यह तो बरसाती नाला है। बरसात के दिनों में दो महीने में इसमें पानी डालते हैं। अभी तक जो पानी डाला गया किसानों ने उससे सिंचाई की। इसमें फीडर व रजबाहे बनने चाहिए थे जो नहीं बनाए गए, इसलिए इस पर हजारों करोड़ रुपये बहाने का कोई फायदा नहीं। 1200 एकड़ जमीन एक्वायर इसलिए नहीं किया जा सका क्योंकि लोग विरोध में थे। इसका उपयोग ही नहीं है तो बनाने से क्या फायदा।
दावा किया गया था कि यह नहर एक लाख से ज्यादा एकड़ की सिंचाई करेगी। इससे भूजल रिचार्ज होगा। दो महीने का पानी तो इस इलाके में बरसात का पानी ही बहुत होता है, इसलिए किसानों के फायदे को देखते हुए सरकार ने इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया। सरकार के तीन साल पूरे होने के बाद चारों तरफ से सवालों की बौछार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का काम विरोध करना होता है। वह अपना काम कर रहे हैं।
जहां जमी सस्ती मिलेगी वहीं बनेंगे हवाई अड्डे
हवाई पट्टी के विस्तार व नवीनीकरण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी जमीन एक्वायर नहीं की जा रही। फिलहाल जमीन के दाम तय किए जा रहे हैं, लेकिन किसान यदि दाम जरूरत से अधिक मांगेंगे तो उसका भी रास्ता निकाला जाएगा। सरकार को जिले में जहां जमीन सस्ती मिलेगी वहां पर हवाई अड्डा बना देंगे। स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर सीएम ने माना कि पूरे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी है। इसे पूरा करने के लिए प्रदेश में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं।
News Source: jagran.com