मलेरिया ने तोड़ा रिकॉर्ड, डेंगू का आंकड़ा सात हजार के पार
नई दिल्ली । दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले भले ही विगत वर्षों की अपेक्षा कम सामने आए हैं, लेकिन मलेरिया के मामलों ने सिविक एजेंसियों के माथे पर बल ला दिया है। दिल्ली में मलेरिया ने पिछले चार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। डेंगू के मामले भी सात हजार का आंकड़ा पार कर चुके हैं।
सबसे ज्यादा मलेरिया के मामले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से सामने आए है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में मलेरिया के 82 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। अब इसे आंकड़ों की हेराफेरी कहें या फिर मौसम की मेहरबानी कि चिकनगुनिया के मामले कागजों पर विगत वर्षों के मुकाबले कम हैं। इस वर्ष चिकनगुनिया के अब तक आठ सौ मामले सामने आए हैं।
कहां कितने मामले
अधिकारी ने बताया कि सिर्फ दिल्ली में वर्ष 2012 में मलेरिया के 822 मामले सामने आए थे। इसके बाद 2013, 2014, 2015, 2016 में क्रमश: 514, 201, 310 और 454 मामले सामने आए, लेकिन इस वर्ष चार नवंबर तक मलेरिया के 552 मामले सामने आ चुके हैं। उत्तरी एवं दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 82, पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 50 जबकि 26 मामले दिल्ली कैंट में सामने आए है। यदि दिल्ली के बाहर से आए 546 मामलों को भी इसमें शामिल कर लिया जाए तो मलेरिया के मामले 1098 तक पहुंच जाते हैं।
डेंगू के मामले सात हजार के पार
दिल्ली में चार नवंबर तक डेंगू के 7358 मामले सामने आए हैं। इसमें 3829 मामले दिल्ली जबकि 3529 मामले बाहरी राज्यों के शामिल हैं। पिछले एक हफ्ते में 735 मामले सामने आए हैं। इस वर्ष दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में डेगू के 644, उत्तरी निगम में 624, पूर्वी में 284 जबकि दिल्ली कैंट में 230 मामले सामने आए हैं। अकेले लुटियंस दिल्ली में डेंगू के 166 मामले दर्ज हुए हैं। इस बीमारी से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।