खेत, देश और किसान हित में कानून हों वापस: हरीश रावत
देहरादून/रुद्रपुर । खेत देश और किसानों के हित में केंद्र सरकार को तीनों कानून को वापस ले लेना चाहिए। आंदोलन में शहीद हुए किसानों को शहीद का दर्जा देकर सरकार को मुआवजा देना चाहिए। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहीं। सोमवार को काशीपुर बाइपास रोड स्थित होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार बजाए वार्ता के किसानों की भावनाओं को समझे, किसान हर बलिदान को तैयार हैं। किसानों पर कानून थोपना देश और किसान हित में नही है।हरदा ने कहा कि सरकार ने भी इसे मान लिया है, प्रधानमंत्री को इसके लिए पहल करनी चाहिए और किसानों से यह कहकर तीनों बिल वापस लेना चाहिए कि किसान महसूस करेंगे तो भविष्य में फिर से कानून लागू किया जाएगा। पूर्व सीएम ने कहा कि उत्तराखंड के सभी हिस्सों से किसानों ने भी आंदोलन में भाग लिया है और वह समर्थन में डटे हुए हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री के चेहरे की बात पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह पार्टी का फैसला है। जो भी मुख्यमंत्री का दावेदार हो, वह उसके साथ खड़े हैं। वार्ता में पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, पुष्कर जैन, अरूण पांडे, मदन मोहन शर्मा, जगदीश तनेजा, रेनू शर्मा, मीना शर्मा, अनिल शर्मा, आशीष जैन, प्रीत ग्रोवर, भीमसेन ठुकराल मौजूद थे।