साइबर ठगी होने पर मिलेगी तुरंत मदद
देहरादून । साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ठग मोबाइल फोन, ईमेल, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर भोली भाली जनता को चूना लगा रही है। राहत की बात यह है कि पुलिस ठगी के शिकार सभी पीड़ितों का पैसा तो वापस नहीं कर पाती, लेकिन कुछ मामलों में पुलिस ने जरूर वापस करवाएं हैं। साइबर सेल देहरादून ने बीते नौ महीने में साइबर ठगी के शिकार हुए व्यक्तियों के 12.81 लाख रुपये लौटाए।यह इसलिए संभव हो सका है क्योंकि जिस व्यक्ति के साथ साइबर ठगी हुई उन्होंने तुरंत इसकी सूचना साइबर पुलिस को दी। साइबर पुलिस ने जांच के बाद तथ्य सही पाए जाने पर संबंधित बैंक खाते से संपर्क किया। पुलिस ने बैंक अधिकारी को बताया कि जिस खाते में पैसे गए हैं वह साइबर ठग ने गलत तरीके से ट्रांजेक्शन किए हैं। बैंक ने तुरंत खाते को होल्ड पर लगा दिया, ऐसे में साइबर ठग पैसे नहीं निकाल पाए। आप ठगी की सूचना डायल 112 या अपने क्षेत्र के थाने को दे सकते हैं।
साइबर सेल के सीओ नरेंद्र पंत बताते हैं कि इन दिनों साइबर ठग मोबाइल पर फोन करके व्यक्ति को बातों में उलझा देते हैं। बातों-बातों में बैंक की सारी गुप्त जानकारी हासिल कर ठगी करते हैं। इन दिनों में खाते की केवाइसी, पेटीएम की वैधता समाप्त होने, लॉटरी निकलने, डेबिड व क्रेडिट कार्ड की वैधता समाप्त होने की बात कहकर ठगी के अधिकतर मामले सामने आ रहे हैं। उपभोक्ताओं को भी समझ लेना चाहिए कि बैंक कभी डेबिड और क्रेडिट कार्ड संबंधी गुप्त जानकारी कभी नहीं मांगता। यदि किसी व्यक्ति के पास बैंक संबंधी कोई पूछताछ करता है तो गुप्त जानकारी देने के बजाए तुरंत फोन काट देना चाहिए।