मूसलाधार बारिश के बावजूद इंडस टॉवर्स ने उत्तराखण्ड में नेटवर्क कनेक्टिविटी बनाए रखी
देहरादून। भारत को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता के साथ इंडस टावर्स के फील्ड स्टाफ इंजीनियरों और टेकनिशियनों ने कई चुनौतियों के बावजूद उत्तराखण्ड कीपहाड़ियों में सभी मोबाइल टॉवर्स साईट्स की बहाली और रखरखाव के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। कई चुनौतियों जैसे भूस्खलन के चलते प्रतिबंधित सड़क संचार, जल भराव औरडीज़ल के परिवहन में लाजिस्टिकल बाधाओं के बावजूद इंडस टावर्स की टीम ने अथक प्रयास करते हुए सुनिश्चित किया है कि 100 फीसदी अपटाईम के साथ राज्य में सभी साईट्स मेंसुधार और रखरखाव किया जाए।कुछ मामलों में, जैसे पिथोरागढ़ ज़िले के थलंड मुनस्यारी क्षेत्र एवं अल्मोड़ा ज़िले के कई क्षेत्रों में फील्ड स्टाफ इंजीनियरों को पैदल चल कर साईट तक जाना पड़ा, यहां तक कि कुछमामलों में उन्हें 7 से 10 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ी।सिवा प्रकाश राव, सर्कल सीईओ-यूपी वेस्ट सर्कल, इंडस टावर्स ने कहा, ‘‘प्राकृतिक आपदा के समय कनेक्टेड बने रहना बेहद महत्वपूर्ण होता है। इंडस टॉवर्स में हम स्थिति की गंभीरताको समझते हैं और हर साल मानसून के दौरान हमारी टीमें जल भराव एवं भूस्खलन की चुनौतियों को हल करने के लिए अथक प्रयास करती हैं, मुश्किलों के बावजूद जल्द से जल्दप्रभावित टावर साईट्स को ठीक किया जाता है। पिछले दो सप्ताहों में, हमारी टीम राज्य में 87 वर्षा प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंची है, जहां भारी बारिश के कारण प्रभाव पड़ा था।’’इंडस ने बीरपुर में एक नई साईट की स्थापना भी की है, जो इस छावनी मे स्थित भारतीय सेना के जवानों सहित तकरीबन 5500 लोगों को नेटवर्क कनेक्टिविटी मुहैया कराएगी। इसी तरहके प्रयास पूरे राज्य में किए जा रहे हैं ताकि छात्रों को सहज कनेक्टिविटी मिलती रहे और उनकी पढ़ाई में किसी तरह की रूकावट न आए।