इंदिरा हृदयेश ने वेतन कटौती पर सरकार को घेरा
देहरादून । राज्य कर्मचारी-शिक्षकों के वेतन में कटौती के सरकार के फैसले के खिलाफ कांग्रेस भी उठ खड़ी हुई। शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा ह्दयेश ने सरकार ने मांग की कि तत्काल इस फैसले को वापस लिया जाए।बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई के दौर में वेतन कटौती का सरकार का फैसला मानवीय नहीं है। इंदिरा ने कहा कि इस मुददे पर पूरी कांग्रेस कर्मचारियों के साथ खड़ी है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी इसकी घोषणा कर चुके हैं।कांग्रेस कर्मचारी संगठनों के साथ पूरी ताकत के साथ खड़ी है। इंदिरा ने कहा कि वेतन कटौती का निर्णय लेते वक्त सरकार ने सफाई कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा। सेवाएं समाप्त की जा रही है। इस संकट के वक्त हर व्यक्ति सुरक्षित रहना चाहिए। किसी की भी सेवाएं समाप्त नहीं की जानी चाहिएं।इंदिरा ने तंज कसते हुए कहा कि एक ओर सरकार दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने की योजनाएं बना रही है। वहीं अपने राज्य में वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा के लिए प्रति प्रतिबद्ध नहीं है।क्या इस डबल इंजन की सरकार के पास इतने भी संसाधन नहीं हैं कि वो कोरोना से लड़ाई लड़ सके? सरकार का आपदा प्रबंधन इतना कमजोर है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तक के वेतन काटे जा रहे हैं।अक्सर सुनने में आता है कि आउटसोर्स कर्मियों की सेवाएं समाप्त की जा रही है। यह अमानवीय है। सरकार तत्काल अपना फैसला वापस ले।