पाइप लाइन के मरम्मत कार्य में मानकों की अनदेखी, लोग पानी की बूंद-बूंद को तरसे

देहरादून/घनसाली, । टिहरी जिले के अंतर्गत घनसाली तहसील के द्वारी गांव में क्षतिग्रस्त हसज्याणू पेयजल योजना का मरम्मत कार्य ठीक मानकों के अनुरूप न किए जाने से गांव में पेयजल संकट बना हुआ है। पेयजल समस्या के चलते लोगों को गर्मी के इस सीजन में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इस पेयजल योजना के मरम्मत कार्य की जांच कराए जाने की मांग की है। इस संबंध में जलसंस्थान घनसाली के अधिशासी अभियंता को एक ज्ञापन दिया गया है। ज्ञापन में ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि पेयजल योजना के मरम्मत कार्य की जांच न कराई गई तो इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की जाएगी, इसके अलावा ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
अधिशासी अभियंता को भेजे गए ज्ञापन में द्वारी गांव के ग्रामीणों ने कहा है कि हस्ज्याणू पेयजल योजना की पाइप लाइन जून 2018 में दैवीय आपदा से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। पहले तो जलसंस्थान ने काफी समय तक इस क्षतिग्रस्त पेयजल योजना की सुध ही नहीं ली, और जब ली तो पेयजल योजना के मरम्मत कार्य में भारी लापरवाही बरती गई है। ग्रामीणों ने पेयजल योजना के मरम्मत कार्य में धांधली किए जाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग द्वारा मई माह के प्रथम सप्ताह में क्षतिग्रस्त पेयजल योजना का मरम्मत कार्य किया गया। पाइप लाइन का मरम्मत कार्य मानकों के अनुरूप न किए जाने के कारण इस पेयजल योजना की पाइप लाइन से सुचारू रूप से पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिस कारण ग्रामीणों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पेयजल योजना की पाइप लाइन का मरम्मत कार्य किए जाने के बाद भी जब पेयजल समस्या दूर नहीं हुई तो ग्रामीण इस योजना के स्रोत पर गए, वहां पाया कि पाइप लाइन पर पाइप तो जोड़े गए हैं, लेकिन पूर्व में जो मुख्य पाइप लाइन 25 एमएम की थी वहां 20 एमएम के पाइप जबरदस्ती बिना सॉकेट व यूनियन के जोड़े गए हैं। जोड़े गए पाइपों को गाड़ में खुला छोड़ रखा है। जिन लोगों द्वारा पाइप लाइन का मरम्मत कार्य किया गया उनके द्वारा 25 एमएम की पुरानी पाइप लाइन के 10 से अधिक पाइप काटे गए हैं। ग्रामीणों में इस धांधली से रोष व्याप्त है। उन्होंने जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता से इस पेयजल योजना की पाइप लाइन की जांच कराए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि पाइप लाइन की जांच और पेयजल आपूर्ति शीघ्र सुचारू न की गई तो वे इस पूरे प्रकरण की शिकायत डीएम से करेंगे। समस्या का समाधान न होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की भी चेतावनी दी है। अधिशासी अभियंता को भेजे गए ज्ञापन पर स्थानीय ग्रामीण भानु प्रसाद सेमवाल, चंद्रमोहन सेमवाल, हरिकृष्ण सेमवाल, वनिता प्रसाद बैलवाल, हर्षमणि सेमवाल, रामचंद्र सेमवाल, केशवानंद सेमवाल, पारेश्वर प्रसाद बडोनी, चिंतामणि सेमवाल, लक्ष्मी प्रसाद सेमवाल आदि के हस्ताक्षर हैं।

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