हरिद्वार। हरिद्वार में गुरुवार को पितृ अमावस्या पर श्रद्धालु सरकारी गाइड लाइन का पालन करते हुए हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान कर सकेंगे। वहीं, पितृ अमावस्या के दिन नारायणी शिला पूरी तरह से सील रहेगी। आम श्रद्धालु गुरुवार को शिला में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। बुधवार शाम को ही नारायणी शिला को सील कर दिया है।श्राद्ध का समापन गुरुवार को पितृ अमावस्या के साथ हो रहा है। हरिद्वार में इस दिन बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद समेत आसपास के काफी संख्या में लोग स्नान और नारायणी शिला में कर्मकांड करने को पहुंचते थे। लेकिन इस साल कोरोना काल के कारण नारायणी शिला पर लगने वाले मेले पर रोक लगाई गई है। मंदिर के अलावा प्रशासन ने भी पांच दिन पहले इस पर निर्णय लिया था कि इस साल मेले पर रोक रहेगी। नारायणी शिला बंद होने के कारण यात्री अन्य गंगा घाटों पर कर्मकांड करा सकेंगे। हरकी पैड़ी, कुशावृत घाट समेत अन्य घाटों पर स्नान और कर्मकांड कराए जाएंगे।
गंगा घाटों पर लगी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी
पुलिस ने प्रमुख सभी गंगा घाटों पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा दी है। हालांकि ज्यादा भीड़ बढ़ने पर हरकी पैड़ी को खाली कराने की प्लानिंग भी पुलिस ने तैयार की है। बुधवार को प्रशासन की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल और पुलिस की ओर से सीओ सिटी डॉ पूर्णिमा गर्ग ने श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ समेत अन्य पदाधिकारियों से वार्ता की है। जिसमें हरकी पैड़ी पर स्नान पर कोई रोक न लगाने का निर्णय लिया है।
कोरोना काल में पहला मौका
वैसे तो हरकी पैड़ी पर आये दिन भीड़ उमड़ रही है। पितृ अमावस्या के दिन हरकी पैड़ी पर बड़े स्नान की तरह भीड़ नहीं होती है, लेकिन चहलकदमी अच्छी खासी होती है। अभी तक कोरोना काल में हुए प्रमुख स्नानों पर पुलिस ने हरकी पैड़ी को सील किया है, लेकिन इस बार सील नहीं किया गया है।