पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही हनीप्रीत, जल्द उठाएंगे अगला कदम : पुलिस कमिश्नर

पंचकूला। गिरफ्तारी के बाद छह दिन की रिमांड पर चल रही गुरमीत के कथित बेटी हनीप्रीत को पुलिस कई जगहों पर लेकर गई। बताया जा रहा है कि हनीप्रीत पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही है। ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही है कि हनीप्रीत का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जा सकता है। जबकि पुलिस कोर्ट से ज्यादा रिमांड मांगने की तैयारी में है।

पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने कहा है कि हनीप्रीत पूछताछ में पुलिस को सहयोग नहीं दे रही है। उसका पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद फिर से उसका रिमांड लिया जाएगा। हनीप्रीत को मंगलवार को जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस आज उसे बठिंडा लेकर गई है।

पुलिस हनीप्रीत से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद करने के अलावा डेरे और हिंसा से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करने का प्रयास कर रही है। साथ ही हनीप्रीत को संरक्षण देने वालों में कौन-कौन शामिल थे। इसकी जानकारी भी उससे पूछताछ में जुटाई जा रही है।

39 दिनों तक यूं चला हनीप्रीत की फरारी का घटनाक्रम

25 अगस्त 2017 : साध्वियों के यौन शोषण मामले में डेरा मुखी की सीबीआइ कोर्ट में पेशी के लिए हनी सिरसा से गुरमीत के साथ पंचकूला पहुंची। राम रहीम को दोषी ठहराने के बाद हेलीकॉप्टर से रोहतक की सुनारियां जेल तक बाबा के साथ रही। जेल प्रशासन द्वारा डेरा मुखी के साथ रहने की मंजूरी नहीं मिलने के बाद डेरा के तीन अनुयायियों के साथ रोहतक से निकली।

26 अगस्त : डेरा मैनेजमेंट कमेटी की चेयरपर्सन विपसना के मुताबिक हनी फैसले के दिन ही देर रात सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय पहुंची। यहां एक दिन गुजारने के बाद वह यहां से निकल गई।

– 27 से 28 अगस्त : हनी अपने भाई के ससुराल हनुमानगढ़ में रही।

-29 अगस्त : राजस्थान में हनी की मौजूदगी की सूचना मिलते ही पुलिस ने हनी की तलाश में हनुमानगढ़ में दबिश दी। छापामारी से पहले ही गायब हुई हनी।

– 30 अगस्त : राजस्थान के ही सांगरिया में एक अनुयायी के घर रही। यहां भी पुलिस उसके निकल जाने के बाद पहुंची।

1 सितंबर 2017 : हरियाणा पुलिस ने जारी किया लुकआउट नोटिस। हनी के देश छोडऩे पर प्रतिबंध, युद्धस्तर पर डेरा मुखी की चहेती की तलाश हुई शुरू। सात राज्यों के पुलिस ने कई स्थानों पर की छापामारी।

2 सितंबर : उदयपुर के शॉपिंग मॉल में नजर आई हनी। पुलिस ने दी दबिश तो सिर्फ डेरे का एक केयर टेकर ही मिला। इसके बाद हनी के नेपाल जाने की खबरें उड़ीं। वहां रेडियो के जरिये हनीप्रीत की तलाशी के लिए मुनादी भी की गई।

21 सितंबर : नेपाल में कामयाबी न मिलने के बाद पुलिस ने हनी को राम रहीम के गांव गुरसर मोडिया में घेरा। यहां से भी वह बच निकली।

25 सितंबर : दिल्ली के लाजपत नगर में अपने वकील के पास आई हनी। दो घंटे रुकी और दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत लेने के लिए याचिका पर हस्ताक्षर किए। पुलिस को भनक तक नहीं लगी।

26 सितंबर : पुलिस ने गुरुग्र्राम के एक फ्लैट समेत दिल्ली में लगातार दो दिन तक कई जगह दबिश दी, लेकिन हर जगह से हनीप्रीत पुलिस के आने से पहले भाग गई।

-इसी दिन दिल्ली हाईकोर्ट ने हनी की जमानत याचिका को किया खारिज। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में जाने की सलाह।

3 अक्टूबर : ठीक 39 दिन बाद अचानक टीवी चैनलों पर सामने आई हनी। डेरा मुखी से संबंधों पर दी सफाई।

News Source: jagran.com

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