पाक नागरिक को छोड़ने पर हाईकोर्ट सख्त, होगी कार्रवाई

नैनीताल : हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी नागरिक को नियम विरुद्ध तरीके से छोड़ने पर सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने इसे बड़ी लापरवाही माना है। कोर्ट ने तत्कालीन अपर जिला जज हरिद्वार, एसएसपी हरिद्वार तथा संबंधित पाक नागरिक के अधिवक्ता के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है।

मामला वर्ष 2010 में हरिद्वार के गंगनहर कोतवाली पुलिस द्वारा पकड़े गए आबिद अली उर्फ असद अली उर्फ अजीत सिंह निवासी लाहौर(पाकिस्तान) से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने उसे आफिशियल सीक्रेट एक्ट, विदेश एक्ट और पासपोर्ट एक्ट के मामले में थाना कोतवाली रुड़की गंगनहर में गिरफ्तार किया गया था।

19 दिसंबर 2012 को मामले में निचली कोर्ट से अभियुक्त को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई गई थी। इसके विरुद्ध अभियुक्त की ओर से अपील की गई। अभियुक्त की ओर से अधिवक्ता सज्जाद अहमद द्वारा वकालतनामा कोर्ट में दायर किया गया। अधिवक्ता द्वारा उसके पते इत्यादि के बारे में सही तथ्य नहीं लिखा था।

मामले की सुनवाई करते हुए अपर जिला जज (द्वितीय) हरिद्वार ने अभियुक्त को बरी करने के आदेश पारित किए गए। इसके बाद जेल अधीक्षक के स्तर से कोर्ट तथा एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर बताया गया कि अभियुक्त विदेशी नागरिक है और इसके लिए उसको रिहा करने से पहले उसका व्यक्तिगत बंध पत्र व अन्य औपचारिकताएं पूरी करनी आवश्यक हैं।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक अपर जिला जज ने जेल अधीक्षक के पत्र के संदर्भ में स्पष्ट किया कि इसके लिए अलग से आदेश पारित करने की आवश्यकता नहीं है। अभियोजन के अनुसार एसएसपी द्वारा उक्त मामले में गंभीरता नहीं दिखाई गई और उसे रिहा कर दिया।

राज्य सरकार की ओर से उक्त रिहाई आदेश के खिलाफ अपील दायर की गई। इसके बाद अभियुक्त को केंद्र सरकार के माध्यम से नोटिस भी भेजा गया, मगर वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ।

न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की एकलपीठ ने इस रिहाई को लापरवाही मानते हुए कहा है कि देश हित का ध्यान रखे बिना अभियुक्त की रिहा करना बेहद गंभीर है। कोर्ट ने अभियुक्त की रिहाई को जानबूझकर किया कृत्य करार देते हुए अपर जिला जज, एसएसपी व अधिवक्ता के खिलाफ कार्रवाई के आदेश पारित किए और संबंधित संस्थाओं को कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

यह है मामला

25 जनवरी 2010 को गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोर शोर से चल रही थी। उन्हीं दिनों हरिद्वार में महाकुंभ के चलते पूरा प्रशासनिक अमला चुस्त- दुरुस्त था। इसी दौरान एसटीएफ और एसओजी ने बीएसएम डिग्री कालेज के पास दिल्ली देहरादून हाईवे पर आबिद उर्फ असद को गिरफ्तार किया था।

उसके पास से मेरठ, देहरादून, रुड़की और अन्य सैन्य ठिकानों के नक्शे मिले थे। उसके पास से एक पेन ड्राइव भी बरामद हुई थी। इतना ही नहीं उससे कई गोपनीय जानकारी से जुड़े दस्तावेज थे, जो की देश की सुरक्षा से जुड़े थी।

पुलिस ने रुड़की के मच्छी मौहल्ला स्थित उसके ठिकाने पर छापा मारा तो यहां से बिजली फिटिंग के बोर्ड तथा सीलिंग फेन में छिपाकर रखे गए करीब एक दर्जन सिम बरामद हुए थे। असद ने रुड़की के मच्छी मौहल्ला की रहने वाली एक लड़की से लव मैरिज की थी। इसके पीछे उसकी मंशा यही थी कि वह इस आड़ में आसानी से गुप्त सूचनायें पाकिस्तान भेज सके।

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