उत्तराखंड की सत्ता में वापसी की जिम्मेदारी हरीश, प्रीतम और इंदिरा की: किशोर उपाध्याय
हल्द्वानी । उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश की जिम्मेदारी होगी कि 2022 में कांग्रेस सत्ता में लौटे। स्वराज आश्रम में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उपाध्याय ने कहा कि तीनों ही नेताओं को पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। तीनों की जिम्मेदारी है कि पार्टी को सत्ता में लौटाएं। पीएम के पद को छोड़कर रावत अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। जबकि चकराता में प्रीतम के परिवार के अलावा कांग्रेस ने किसी दूसरे नेता की ओर नहीं देखा। डॉ. हृदयेश को भी कांग्रेस ने पूरा सम्मान दिया। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर उपाध्याय बहुत ही चतुराई के साथ पचा गए। कहा कि यह आलाकमान तय करेगा। उन्होंने बताया कि नैनीताल, रामनगर और ऊधमसिंह नगर में जनसंवाद के बाद अगले चरण में अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ में लोगों की समस्याएं सुनेंगे। लोगों की समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाते हुए लोगों की मदद का पूरा प्रयास करेंगे। कहा कि बेरोजगारी, महंगाई समेत अन्य मुद्दे को लेकर लोग जनता परेशान है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना दलाली के कोई काम प्रदेश में नहीं हो रहा है। सड़कों के टेंडर में छह प्रतिशत के कमीशन का खेल चल रहा है। किशोर उपाध्याय ने कहा कि बिजली, पानी, बजरी और लकड़ी उत्तराखंड के लोगों को निशुल्क मिलनी चाहिए। प्रत्येक नागरिक का इस पर अधिकार है। टिहरी का पानी और बिजली का प्रयोग दिल्ली के लोग कर रहे हैं मगर यहां के लोगों को निशुल्क नहीं दिया जा रहा है।