सौरभ सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान का भव्य शुभारंभ

देहरादून। रजत पुष्प बर्षा योग समिति द्वारा आयोजित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर माजरा के भव्य जिनालय में परम पूज्य पुष्पगिरी तीर्थ प्रणेता आचार्य श्री 108 पुष्पदंत सागर जी महाराज के सुयोग्य शिष्य परम पूज्य संस्कार प्रणेता मुनि श्री 108 सौरभ सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान का भव्य शुभारंभ किया गया । मीडिया प्रभारी श्री सचिन जैन ने जानकारी देते हुए कहा कि यह विधान 29 /9/2019 से लेकर 7/9/2019 तक चलेगा जिसमे आज सुबह यह विधान अभिषेक एवं शांतिधारा के साथ प्रारंभ हुआ, तत्पश्चात नगर भ्रमण करती हुई घटयात्रा मंदिर जी पहुंची। जहां पर हाथों में मंगल कलश लिए हुए महिलाओं ने मंडप की शुद्धि की तत्पश्चात समिति द्वारा धर्म ध्वजारोहण किया गया ।सिद्धचक्र विधान में सौधर्म इन्द्र राजेश जैन, श्रीपाल मैना सुंदरी श्री अमित जैन-दीपा जैन (सरधना वाले),कुबेर श्री सुनील जैन,यज्ञ नायक श्री प्रदीप जैन, ईशान इन्द्र गोपाल सिंगल, महेंद्र डॉक्टर रोहित जैन को सौभाग्य प्राप्त हुआ, महिलाओं ने बड़ी भक्ति भावना के साथ मंडप पर मंगल कलश की स्थापना करते हुए मंगल दीप एवं प्रातिहार्य की स्थापना की मंडप प्रतिष्ठा इंद्र प्रतिष्ठा के साथ प्रथम दिवस की पूजन आराधना एवं प्रथम दिवस में मंडप पर आठ अर्घ्य समर्पित किए गए। विधान की मांगलिक क्रियाएं पंडित संदीप जैन सजल ने संपन्न कराई एवं मनीष एंड पार्टी भोपाल का संगीत रहा। धर्मसभा को संबोधित करते हुए पूज्य गुरुदेव ने कहा कि सिद्धचक्र महामंडल विधान विधानो का राजा है इस विधान में अनेक विधान समाहित हैं, यह विधान अनेक अतिशय से सुशोभित है इस विधान की करने से विघ्नों का पलायन होता है शाकिनी डाकिनी भूत प्रेत इत्यादि दूर भागते हैं विष भी अमृत सम हो जाता है इस विधान में किसी व्यक्ति विशेष की नहीं बल्कि सिद्ध परमेष्ठी भगवान की महा आराधना की गई है यह विधान शुद्ध मती से किया जाता है,प्राणी संसार चक्र में घूम रहा है मोह चक्र के वशीभूत होकर के यदि उसे संसार चक्र से पार उतरना है तो उसे समाधि चक्र में आकर के सिद्ध चक्र की आराधना करनी होगी तभी यह संसार सागर से पार हो सकता है यह विधान मैना सुंदरी और श्रीपाल ने किया था जिसका फल यह रहा कि श्री पाल आदि 700 कोडियो का कोड दूर हो गया। इसलिए हमें भी अपने जीवन में धर्म को महत्व देना चाहिए इससे नकारात्मकता खत्म और सकारात्मकता का आरंभ होता है। इस अवसर पर शशि जैन ,मधु जैन ,विनोद जैन,संदीप जैन ,सुनील जैन,पुर्णिमा जैन,गोपाल सिंघल जैन ,रीना जैन, सिद्धार्थ जैन,आकाश जैन,प्रवीण जैन ,अमित जैन,राजीव जैन ,दीपा जैन ,सुमन जैन आदि उपस्थित रहे  ।

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