कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए ‘भीलवाड़ा मॉडल’ को लागू करेगी सरकार

राजस्थान के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने और इसे समुदाय स्तर पर फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रभावित शहरों में भीलवाड़ा मॉडल में स्थानीय जरूरतों के अनुसार सुधार कर लागू किया जाएगा।शर्मा ने मंगलवार (7 अप्रैल) को कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राजस्थान ने योजनाबद्ध तरीके काम किया है यही वजह है कि ‘भीलवाड़ा मॉडल’ की देश भर में चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रतिनिधियों, वरिष्ठ चिकित्सकों, महामारी विशेषज्ञों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों से विस्तार से चर्चा कर स्थानीय आवश्यकतानुसार कोरोना रोकथाम की कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने कहा कि जिस स्तर पर स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस बल और अन्य विभागों के अधिकारी जिस मुस्तैदी से लगे हुए हैं उसे देखकर लग रहा है कि रामगंज सहित अन्य शहरों पर जल्द ही नियंत्रण पा लिया जाएगा। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि रामगंज की भौगोलिक परिस्थितियां अलग है। परकोटे में जनसंख्या का घनत्व ज्यादा है। ऐसे में उस क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ क्वारंटाइन अपने आप में एक चुनौती है। न्होंने कहा कि इसके लिए जयपुर में क्वारंटाइन सुविधा को बढ़ाया जा रहा है ताकि उनमे सोशल डिस्टेंसिंग के लिए क्वारंटाइन में रखा जा सके।उन्होंने कहा कि जयपुर, जोधपुर, टोंक, झुंझुनूं, चुरू, बीकोनर और कोटा आदि शहरों में जहां कोरोना पॉजीटिव के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। विभाग की एक्टिव सर्विलांस टीम ने राज्य भर में 12.5 लाख परिवारों के पांच करोड़ 37 लाख सदस्यों का सर्वे कर स्क्रिीनिंग कर चुकी है। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सरकार ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए इंटेसिव सैंपलिंग का निर्णय किया गया है।

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