गोदरेज एग्रोवेट ने अधिक उपज वाले ऑयल पाम सैप्लिंग्स लांच किये
मुम्बई।गोदरेज एग्रोवेट के ऑयल पाम प्लांटेशन बिजनेस ने नये और बेहतरीन, उच्च उपज वाले ऑयल पाम सैप्लिंग्स आज लॉन्च किये। ये पौधे मलेशिया से मंगाये गये सेमी-क्लोनल बीजों से उगाये गये हैं। पश्चिमी गोदावरी जिले (आंध्र प्रदेश) के गोदरेज एग्रोवेट फैक्ट्री क्षेत्र के किसानों के बीच ये पौधे बांटे गये।ऑयल पाम, दुनिया का सर्वाधिक लाभप्रद खाद्य तेल उत्पादक पौधा है और भारत में खाद्य तेल के रूप में इसका महत्वपूर्ण रूप से उपयोग किया जाता है। हालांकि, मौजूदा पौधों (टेनेरा हाइब्रिड्स) की निम्न उपज, पर्यावरणीय परिस्थितियों जैसे कि कम बारिश, सूखा आदि के चलते, किसानों के लिए अब यह पहले जैसा मुनाफेदार नहीं है। ऐसे में, यह नई किस्म इन चुनौतियों को दूर करते हुए भारत में वनस्पति तेल की मांग पूरी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। हालांकि, मौजूदा टेनेरा सैप्लिंग्स में प्रति हेक्टेयर 34 से 35 टन फ्रेश फ्रुट बंचेज (एफएफबी) के उपज की आनुवांशिक क्षमता है, नये उच्च उपज वाले सैप्लिंग्स से प्रति हेक्टेयर 37 से 38 टन एफएफबी की उपज हासिल की जा सकती है। इस नये किस्म के पौधे के अन्य लाभ भी हैं। उदाहरण के लिए,पत्तियों के छोटे डंठल, आसानीपूर्वक कटाई और अधिक कुशलतापूर्वक रोपाई (मौजूदा किस्म के प्रति हेक्टेयर 143 नवांकुरित पौधों की तुलना में प्रति हेक्टेयर 148 पौधे) के लिए अधिक प्रभावी हैं। इनकी लंबाई धीरे-धीरे बढ़ती है और 325 सेमी. तक पहुंचती है, जबकि पुराने टेनेरा हाइब्रिड सैप्लिंग्स,रोपने के 11 वर्षों बाद 390 सेमी. तक पहुंच पाते हैं, जिससे नये किस्म के पौधे की कटाई आसान है। गोदरेज एग्रोवेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी – ऑयल पाम प्लांटेशन, श्री नसीम अली ने कहा, ”पर्यावरणीय परिस्थिति के चलते पैदा हुई कृषि संबंधी समस्याएं किसानों की आमदनी को सीधे प्रभावित कर रही हैं। गोदरेज एग्रोवेट, पिछले तीन दशकों से भारतीय किसानों को सेवा प्रदान करने में अग्रणी रहे हैं और हम आगे भी नये-नये समाधान उपलब्ध कराते रहेंगे। हम अक्टूबर से नवंबर के बीच आंध्र प्रदेश में लगभग 160 से 170 हेक्टेयर जमीन पर ऑयल पाम सैप्लिंग्स की नयी किस्म की रोपायी की उम्मीद करते हैं।”श्री चिरंजीव चौधरी, आईएफएस, कमिश्नर ऑफ हॉर्टिकल्चर, आंध्र प्रदेश सरकार ने कहा, ”मैं ऑयल पाम के सेमी-क्लोनल उच्च उपज वाली किस्म के सैप्लिंग्स के रिलीज के इस मौके पर गोदरेज एग्रोवेट को बधाई देता हूं। यह आंध्र प्रदेश, जो कि देश में ऑयल पाम का सबसे बड़ा उत्पादक है, और देश के अन्य राज्यों के किसानों के लिए बेहद उपयोगी होगा, चूंकि गोदरेज एग्रोवेट की पूरे भारत में मौजूदगी है।”आईसीएआर – आईआईओपीआर (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ऑयल पाम रिसर्च) के निदेशक, डॉ. ए के माथुर ने कहा, ”ऑयल पाम बारहमासा फसल है और अन्य वनस्पति तेल के बीजों की तुलना में ऑयल पाम के पौधारोपण से होने वाली कमाई अधिक है। गोदरेज एग्रोवेट की उच्च उपज वाली किस्म के सैप्लिंग्स से किसानों की आमदनी बढ़ सकती है और इस प्रकार, खाद्य तेल के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हेतु योगदान दिया जा सकता है।” उच्च उपज वाले ऑयल पाम सैप्लिंग्स की नई किस्म, पूरे भारत के ऑयल पाम किसानों व उत्पादकों के लिए उपलब्ध होगी, हालांकि, आंध्र प्रदेश,तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, गुजरात, मिजोरम एवं गोवा पर अधिक जोर दिया जायेगा।
गोदरेज एग्रोवेट के विषय में
गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड (जीएवीएल) विविधीकृत शोध एवं विकास संगठन पर केंद्रित कृषि-व्यवसाय कंपनी है, जो ऐसे उत्पादों एवं सेवाओं को लाकर भारतीय किसानों की उत्पादकता बढ़ाने के प्रति समर्पित है, जिससे फसल एवं पशुधन से होने वाला लाभ टिकाऊ तरीके से बढ़े। जीएवीएल को एनिमल फीड, फसल सुरक्षा, ऑयल पाम, डेयरी, पॉल्ट्री एवं प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ में रूचि है।