36 साल से जीवित दिखा कर डकारता रहा मृत पिता की पेंशन
देहरादून : थाना डालनवाला क्षेत्र में फर्जी दस्तावेज तैयार कर 36 साल से मृत पिता को जीवित दिखाकर पेंशन लेने का मामला प्रकाश में आया है। एसबीआइ मुख्य शाखा के एजीएम की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक कुमुद कांत सरकार निवासी नई बस्ती क्लेमेनटाउन वन विभाग में कार्यरत थे। उनकी मौत 1981 में हो गई थी। आरोप है कि मौत के बाद उनके पुत्र यूके सरकार ने पिता के जीवित रहने के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और हर साल बैंक में उनके जीवित होने का प्रमाण पत्र देकर स्टेट बैंक की मुख्य शाखा से मृत पिता के नाम पर पेंशन लेता रहा।
डालनवाला पुलिस के मुताबिक बैंक को भी इसका पता तब चला जब उन्होंने सौ साल पूरे होने वाले पेंशनधारियों की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि वर्ष 1899 की जन्मतिथि वाला एक व्यक्ति अभी तक पेंशन ले रहा है। जिसके बाद बैंक में हड़कंप मच गया। फिर जब पेंशनधारी के बारे में पता किया गया तो जानकारी मिली कि उनकी मौत 36 साल पहले हो चुकी थी।
इसके बाद स्टेट बैंक मुख्य शाखा के एजीएम विनय कुमार खत्री पुत्र रविनाथ खत्री निवासी कॉन्वेंट रोड डालनवाला ने यूके सरकार पुत्र कुमुद कांत सरकार निवासी नई बस्ती क्लेमेनटाउन के खिलाफ थाना डालनवाला में तहरीर दी।
तहरीर मिलने के बाद थाना डालनवाला पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी डालनवाला राजीव रौथाण ने बताया कि जांच एसएसआइ देवेंद्र रावत को सौंपी गई है। जल्द ही इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।