दिल्ली के स्कूल में 5 साल की बच्ची के साथ हैवानियत, अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
नई दिल्ली । 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में दिल्ली सरकार ने विवेक विहार के एसडीएम हरमिंदर सिंह को जांच सौंपी है। एसडीएम को तीन दिनों में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है। उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है।
रविवार को उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की और मामले पर पूरी जानकारी मांगी। हरमिंदर सिंह ने बताया कि जांच के दौरान देखा जाएगा कि किस-किस स्तर पर लापरवाही हुई। प्रशासनिक खामियों को भी देखा जाएगा।
अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
बता दें कि इस मामले में स्कूल प्रशासन और अस्पताल पर लापरवाही का आरोप परिजनों ने लगाया है। स्कूल में जहां बच्ची के कपड़े साफ करने की बात कही जा रही है, वहीं अस्पताल में तीन से चार घंटे तक परिजनों को बच्ची की हालत के बारे में नहीं बताया गया। इस बीच बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले को लेकर अभिभावकों का गुस्सा भी भड़क उठा है। सोमवार को अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया।
स्कूल में नहीं हैं सीसीटीवी कैमरे
गांधीनगर के सुभाष मोहल्ला स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान बच्ची के बताए हुलिए के आधार पर की गई थी। उन्हें आरोपी का कोई सीसीटीवी फुटेज स्कूल से नहीं मिला। हालांकि इस मामले में स्कूल प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। कुछ अभिभावकों ने बताया कि स्कूल परिसर की गैलरी और दो कमरों में ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।
आरोपी के परिजनों ने आरोप नकारे
बता दें कि आरोपी विकास परिवार के साथ गली नंबर छह, गांधीनगर में रहता है। परिवार में पत्नी के अलावा 15 साल की बेटी और 16 साल का एक बेटा भी है। बेटा गांव में रहता है। विकास का परिवार उसे निर्दोष बता रहा है। वहीं विकास भी खुद को निर्दोष बता रहा है। उसका कहना है कि पता नहीं बच्ची उसका नाम क्यों ले रही है। साहेबगंज, झारखंड निवासी विकास पिछले करीब 12-13 साल से दिल्ली में रह रहा है।
जांच में पुलिस को विकास का कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। वह तीन साल से टैगोर पब्लिक स्कूल में चपरासी, सुरक्षा गार्ड व बच्चों को रिक्शे से लाने और घर छोडऩे का काम करता है। इससे पहले भी वह दो स्कूलों में काम कर चुका है। पुलिस उससे पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।