उत्तराखंड में संगठन और सरकार का रिपोर्ट कार्ड जांचेंगे शाह

देहरादून : 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर राज्यों का दौरा कर रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 19 व 20 सितंबर को उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वह देहरादून में प्रवास कर सरकार और संगठन की न सिर्फ नब्ज टटोलेंगे, बल्कि सरकार के पांच माह के कार्यकाल की समीक्षा भी करेंगे।

माना जा रहा कि इसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री व मंत्रियों के साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से अलग से मुलाकात का कार्यक्रम तय किया गया है। यही नहीं, हाल के दिनों में हरिद्वार समेत कुछेक अन्य स्थानों पर पार्टी नेताओं के बीच सामने आई खींचतान को लेकर भी शाह सवाल पूछने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इससे पार्टी कुछ सहमी भी हुई है।

प्रदेश में प्रचंड बहुमत से सत्तासीन हुई भाजपा सरकार का पांच माह का कार्यकाल हो चुका है। ऐसे में शाह के दौरे को अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, दो-दिवसीय प्रवास के दौरान भाजपा अध्यक्ष पार्टी की सबसे निचली मंडल इकाइयों के अध्यक्ष एवं महामंत्रियों से सीधे संवाद करेंगे।

साथ ही प्रांतीय पदाधिकारियों, विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्ष व संयोजक, प्रबुद्धजनों, उद्योगपतियों, सांसद, विधायकों से भी सीधे-सीधे फीडबैक लेंगे।

सूरतेहाल, सबसे अहम है सरकार के कामकाज की समीक्षा। माना जा रहा है कि शाह सरकार व मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड जांच सकते हैं।

पांच माह के भीतर सरकार और मंत्रियों ने क्या-क्या कार्य किए, प्राथमिकताओं पर क्या पहल हुई, रिजल्ट ओरिएंटेड कार्य क्या रहे, ऐसे तमाम सवालों पर वह कसौटी पर कस सकते हैं। राज्य में चल रही कल्याणकारी योजनाओं के साथ ही केंद्र पोषित योजनाओं के अलावा स्वच्छता अभियान, गंगा स्वच्छता समेत दूसरे मसलों पर उनके फीडबैक लेने की चर्चा है।

हालिया दिनों में हरिद्वार में जिस प्रकार से पार्टी नेता आमने-सामने आए, उसे लेकर भी शाह सवाल कर सकते हैं। हालांकि, संगठन और सरकार की मानें तो इन मसलों का निबटारा हो चुका है, लेकिन भीतर ही भीतर कहीं न कहीं कुछ चिंगारी जरूर सुलग रही है। यदि ये मामला उठता है तो देखने वाली बात होगी कि शाह कैसे रिएक्ट करते हैं।

अंत्योदय परिवार का अभी चयन नहीं

भाजपा अध्यक्ष 20 सितंबर को दोपहर का भोजन अंत्योदय परिवार के घर पर करेंगे। इसके लिए बलवीर रोड स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय के नजदीक के क्षेत्र को ही लिया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि अभी परिवार का चयन नहीं हुआ है। यह परिवार अल्पसंख्यक, सवर्ण अथवा बीपीएल श्रेणी किसी का भी हो सकता है। वजह ये कि पार्टी धर्म, पंथ, जाति में नहीं बंधी है।

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