चुनाव परिणाम पीएम के लिए झटका, मोदी के खोखले दावों की हकीकत उजागर: राहुल
नई दिल्ली। चुनावों के बाद भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सियासी वार करने की रणनीति जारी रखने का साफ संकेत दिया है। नतीजों के बाद पहली बार मीडिया से रूबरू हुए राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी की विश्वसनीयता में गिरावट का सवाल उठाकर अपने इरादे जाहिर भी कर दिए। उनके मुताबिक गुजरात के नतीजों से स्पष्ट है कि भाजपा को जबरदस्त झटका लगा है और विकास के गुजरात मॉडल के खोखले दावों की हकीकत सामने आ गई है। गुजरात की कामयाबी को विकास की जीत बताने के प्रधानमंत्री के दावों पर भी राहुल ने निशाना साधते हुए कहा कि नतीजों के बाद विकास की बात कर रहे हैं मगर असलियत यही है कि चुनावों के दौरान इससे जुड़े सवालों का प्रधानमंत्री कोई जवाब नहीं दे सके।
गुजरात में भाजपा को कड़ी टक्कर देने भर से कांग्रेस के नए नेतृत्व को लेकर पार्टी में पनपे सकारात्मक माहौल का आभास होते ही राहुल मंगलवार को संसद भवन परिसर में मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि गुजरात में कांग्रेस हार गई जबकि वह जीत सकती थी और कुछ कमी रह गई। मगर यह भी सच्चाई है कि तीन-चार महीने पहले जब वह गुजरात गए थे तो कहा जा रहा कि कांग्रेस तो भाजपा से लड़ ही नहीं सकती। नतीजों से साफ है कि भाजपा को जबरदस्त झटका लगा है और विकास के मोदी मॉडल को तो गुजरात के लोग मानते ही नहीं। इसीलिए वह अपना चुनाव अभियान इस पर केंद्रित नहीं रख पाए और न ही सवालों के जवाब दे पाए। प्रधानमंत्री के पास कुछ कहने को भी नहीं था और वह खुद अपने बारे में बोलते रहे।
गुजरात ने काफी कुछ सिखाया
राहुल ने कहा कि भाजपा का प्रोपेगेंडा और मार्केटिंग जरूर अच्छी है। गुजरात के अपने चुनावी अनुभव के बारे में राहुल ने कहा कि तीन महीने में सूबे की जनता ने उन्हें काफी कुछ सिखाया। इसमें सबसे अहम बात यह रही कि आपके सामने जो भी विपक्ष है और उसका चाहे जितना भी आपको लेकर क्रोध, गुस्सा हो या धन और बल की ताकत हो, इसका मुकाबला भी प्यार और भाईचारे से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गुजरात का भाजपा के लिए संदेश साफ है कि उनका क्रोध उनके काम नहीं आएगा और प्यार इसको हरा देगा।
देश अब प्रधानमंत्री की नहीं सुन रहा
गुजरात की जीत को जातिवाद की हार और विकास पर मुहर के प्रधानमंत्री के बयान को लेकर पूछे जाने पर राहुल ने कहा कि मोदीजी का विकास और जीएसटी पर मुहर के रूप में इसे बताना बड़ी अजीब है। इसीलिए कि प्रधानमंत्री ने अपने चुनावी भाषणों में न विकास की बात की न ही जीएसटी पर मुहर की और न नोटबंदी की। राहुल ने कहा कि इसीलिए मोदी जी विश्वसनीयता पर बहुत बड़ा सवाल उठ गया है और बेशक यह उनके लिए मुश्किल होगा। क्योंकि प्रधानमंत्री जो कह रहे हैं उसमें कोई सच्चाई नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री भले ही ऐसी बातें बोल रहे हैं मगर देश अब उसको सुन नहीं रहा और गुजरात चुनाव ने यह दिखा दिया है।
हार का जश्न मना रहे राहुल: जावड़ेकर
गुजरात चुनाव नतीजों से उत्साहित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसे वंशवादी गुरूर करार दिया। राहुल के बयानों पर प्रतिक्रिया जताते हुए जावड़ेकर ने कहा कि राहुल यह भूल रहे हैं कि भाजपा न सिर्फ चुनाव जीती है बल्कि लगातार छठी बार गुजरात में सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस हर चुनाव में पस्त हो रही है। जनता कांग्रेस का साथ छोड़ चुकी है फिर भी राहुल को लगता है कि भाजपा को झटका लगा है तो इसे वंशवादी गुरूर के अलावा क्या कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जातिवादी राजनीति के आधार पर हित साधने की कोशिश की। जनता ने विकास को चुना।