सीएए को लेकर अलर्ट रही दून पुलिस, एसएसपी को खुद मोर्चा संभालना पड़ा
नागरिकता संशोधन ऐक्ट को लेकर दून पुलिस अलर्ट रही। एक ही दिन में नमाज और बजरंग दल की आभार रैली के कार्यक्रम को देखते हुए एसएसपी को खुद मोर्चा संभालना पड़ा। उन्होंने खुद मुस्लिम समाज और बजरंग दल के पदाधिकारियों से वार्ता कर सहयोग की अपील की। इसी का नतीजा रहा कि कड़ी सुरक्षा में नमाज शांतिपूर्ण संपन्न होने पर दून पुलिस ने राहत की सांस ली।बजरंग दल ने नागरिकता संशोधन ऐक्ट को लेकर शुक्रवार को आभार रैली की घोषणा की थी, जबकि इसी दिन ही नमाज होने के चलते पुलिस काफी अलर्ट दिखी। हालांकि, नमाज और रैली एक ही दिन होने के चलते पुलिस की चिंता बढ़ी हुई थी। गुरुवार को खुफिया विभाग समेत पुलिस ने बजरंग दल के पदाधिकारियों से वार्ता कर रैली स्थगित करने का अनुरोध किया, लेकिन बजरंग दल के पदाधिकारियों ने इससे इनकार कर दिया था। मामला एसएसपी के पास पहुंचा था,जिस पर एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने खुद ही बजरंग दल के पदाधिकारियों से वार्ता कर रैली स्थगित करने कर की बात कही।एसएसपी ने उनसे रैली किसी और दिन करने की बात कही। करीब आधा घंटे की बातचीत के बाद बजरंग दल ने रैली को स्थगित करने का निर्णय लिया। इस बीच एसएसपी ने पुलिस कार्यालय में मुस्लिम समाज के पदाधिकारियों से वार्ता की। एसएसपी ने एनआरसी और सीएए मुद्दे को लेकर उनसे बातचीत की। मुस्लिम समाज को बताया गया कि बजरंग दल की रैली स्थगित हो गई है। शहर काजी मौलाना मोहम्मद कासमी ने एसएसपी को बताया कि उन्होंने सभी मस्जिदों के इमामों की बैठक बुलाकर सांकेतिक विरोध के लिए कहा है। और युवाओं से जुलूस और नारेबाजी नहीं करने की अपील की है। बजरंग दल और मुस्लिम समाज के पदाधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद भी पुलिस ने पूरी तरह शहरऔर देहात में हर गतविधियों पर नजर बनाए रखी। जहां गुरुवार की रात्रि दो बजे एसएसपी ने शहर और देहात में निरीक्षण कर अधीनस्थों से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी ली, वहीं शुक्रवार को सवा बारह बजे से डेढ़ बजे के बीच एसएसपी ने शहर का निरीक्षण कर सुरक्षा से संबंधित जानकारी ली। वहीं, खुफिया विभाग भी संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में हो रही हर हलचल से अधिकारियों को अवगत कराता दिखा।