ममता के पक्ष में देवगौड़ा
कोलकाता। भाजपा के खिलाफ एक मजबूत मोर्चे की हिमायत करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा है कि वह तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाये जाने के खिलाफ नहीं हैं। देवगौड़ा (85) की यह टिप्पणी उन खबरों के बाद आयी है, जिनमें कहा गया था कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का मुद्दा चुनाव बाद के लिए छोड़ना चाहती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यदि चुनाव से पहले इस विषय को उठाया गया तो विपक्ष की एकता को नुकसान पहुंच सकता है।
देवगौड़ा की पार्टी जेडी (एस) ने कर्नाटक में कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनायी है। उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्ष को एकजुट करने में कांग्रेस एक अहम भूमिका निभायेगी। पूर्व प्रधानमंत्री ने पिछले हफ्ते ही दिल्ली में इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया कि तीसरे मोर्चा का गठन अपने शुरूआती दौर में है और ममता सभी गैर भाजपा पार्टियों को एक साथ लाने के लिए अपनी ‘सर्वश्रेष्ठ कोशिश’ कर रही हैं। देवगौड़ा ने 1996 में जनता दल नीत संयुक्त मोर्चा की सरकार का नेतृत्व किया था। हालांकि, उनका कार्यकाल साल भर से अधिक नहीं रहा था। उन्होंने कहा कि ममता असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का मसौदा जारी किये जाने के बाद एक संघीय मोर्चा बनाने के लिए गंभीरता से काम कर रही हैं।