देश अपनाएं’ ने छात्रों के लिए प्रेरणादायी प्रतियोगिता का आयोजन करके मनाया गांधी जयंती का महीना

प्रतियोगिता में दसमेश पब्लिक स्कूल (कोटकापुरा, पंजाब) के छात्र हुए विजेता

मुंबई,। गांधीजी के जीवन, उन्होंने हमें दी हुई शिक्षा का सम्मान करते हुए देश अपनाएं सहयोग फाउंडेशन ने गांधी जयंती के अवसर पर एक प्रेरणादायी और विचारों को प्रोत्साहित करनेवाली अंतर शालेय समूह प्रस्तुतीकरण प्रतियोगिता का आयोजन किया था। देश अपनाएं सहयोग फाउंडेशन 900 से भी ज्यादा विद्यालयों को अवसर और संसाधन प्रदान करता आ रहा है ताकि यहां के छात्रएक्टिज़ेन्स (सचेत, अवगत और सक्रीय नागरिक) बनें। आज देश के सामने जो सामाजिक चुनौतियां हैं उनमें से किसी एक चुनौती को लेकर उसे सुलझाने के गांधीजी क्या प्रयास करते यह इस प्रतियोगितामें छात्रों को प्रस्तुत करना था। प्रतियोगिता में छात्रों ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए वे क्या कर सकते हैं इस पर अपने विचार भी सांझा किए। विजेता टीम में ईशान वादी, मोहित ग्रोवर, अमीनपर्तीक कौर और महिका सिंगला यह छात्र-छात्राएं शामिल थे। उन्होंने अपनी शिक्षिका सुश्री वीणा ग्रोवर के मार्गदर्शन में यह प्रस्तुति की। पहले उपविजेता का पुरस्कार एचवीबी अकादमी स्कूल (कोटकापुरा, पंजाब) और दूसरे उपविजेता का पुरस्कार चिल्ड्रेन्स अकादमी स्कूल (अशोक नगर, मुंबई) की टीम ने जीता।इस पहल के बारे में देश अपनाएं (और इनम ग्रुप) के संस्थापक और चीफ मेंटॉर श्री. वल्लभ भंसाली ने बताया, “बच्चों के मन में देश के प्रति अपनापन जागृत करने के उद्देश्य से हमने देश अपनाएंफाउंडेशन के स्कूल प्रोग्राम्स की शुरूआत की। वर्तमान पीढ़ी को उनके सामने खड़ी नागरी समस्याओं के बारे में सिर्फ शिकायतें करते रहने के बजाय उन पर समाधान ढूंढने चाहिए।  देश अपनाएं फाउंडेशनअपने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए यह करने में उनकी मदद करता है। युवा छात्र आगे रहे हैं और इतनी सोचसमझ के साथ संकल्पनाएं प्रस्तुत कर रहे हैं यह देखकर मैं बहुत खुश हूं। वर्तमान पीढ़ी केगांधीजी के बारे में दृष्टिकोण को समझने के लिए मैं उत्सुक था। हमारे कई कार्यक्रमों के जरिए छात्रों और शिक्षकों के साथ हमारी बातचीत ने मुझे विश्वास दिलाया कि हमारे देश का भविष्य सही हाथों में है औरबुद्धिमानी, होनहार पीढ़ी इसे उचित आकार देगी।” इस अवसर पर प्रमुख अतिथि और प्रतियोगिता के अंतिम चरण की जज सामाजिक उद्यमी और शिक्षाविद, एचआईएएल की संस्थापिका सीईओ और ट्रांसफॉर्म इंडिया पहल की संस्थापिका सुश्री गीतांजली जेबी ने तीन विजेता टीमों और व्यूअर्स चॉइस अवॉर्ड के विजेता के नामों की घोषणा की। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि यह प्रतियोगिता और देश अपनाएं फाउंडेशनके अन्य स्कूल प्रोग्राम्स बहुत ही ज़रूरी हैं, विचारों को प्रेरित करते हैं। प्रतियोगिता की तैयारी के लिए युवा छात्र-छात्राओं जो कड़ी मेहनत की उसके लिए उन्होंने सभी की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी देखा कि,गांधीजी ने हमें जिन मूल्यों की सीख दी उनके आधार पर छात्रों ने आज की कोविड महामारी और चीन-भारत संघर्ष पर जो दृष्टिकोण प्रकट किए और भारत को अपनी स्वदेशी पद्धतियों को अपनाकरनवीनतापूर्ण समाधान लाने की जरुरत को महसूस कराया वह यक़ीनन विचारप्रेरक है।

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