उपमहानिरीक्षक मुख्तार मोहसीन द्वारा फायर स्टेशन देहरादून सभागार में गोष्ठी आयोजित
इंडिया वार्ता।
देहरादून। आज देहरादून अग्निश्मन विभाग में सेवानिवृत्त अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के साथ पुलिस उपमहानिरीक्षक फायर सर्विस, श्री मुख्तार मोहसीन द्वारा फायर स्टेशन देहरादून सभागार में गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें उनके अनेक वर्षो के तक विभाग में रहने क अनुभव के साथ उनकी विभाग के प्रति उपयोगी सुझावों को भी रखा गया। विभाग में इस प्रकार के कदम से सभी सेवानिवृत्त अधिकारियों द्वारा सराहना की गई एवं सुझाव दिया गया कि कुछ समय के अन्तराल पर ऐसी गोष्ठियां होनी आवश्यक है। गोष्ठी का शुभारम्भ करते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा सभी आये हुए अधिकारियों का स्वागत किया गया एवं उनकी अग्निशमन विभाग को एक नये आयामों तक ले जाने की प्रतिबद्धता बतातेे हुए सुझाव आमंत्रित किये गये। राज्य केे प्रथम सेवानिवृत मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्री सी0के0 चक्रवर्ती द्वारा इस पहल का स्वागत करतेे हुए राज्य स्तर पर फायर ड्रिल प्रतियोगिता, अग्निदुर्घटनाओं पर विशेष अग्निरोधक ड्रेस का पहना जाना तथा अग्निशमन केन्द्रो पर शत प्रतिशत आवासीय सुविधा हेतु सुझाव दिये गये। प्रदेश के सेवानिवृत उपनिदेशक श्री एस0के. शर्मा द्वारा राज्य स्तर पर अग्निशमन का प्रशिक्षण केन्द्र बनाये जाने एवं उसके द्वारा मिलने वाले लाभों पर प्रकाश डाला गया। जबकि विभागीय स्तर पर र ैंकस परीक्षा अपनाये जाने के सम्बन्ध में आवश्यक प्रयास करने हेतु दिये गये सुझाव पर सहमति व्यक्त की गई। सेवानिवृत मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्री मधुसूदन शर्मा द्वाारा अग्निशमन कर्मियों को उनके प्रशिक्षण के े अनुरूप ही ड्यूटी लिए जाने के सम्बन्ध में सुझाव दिये गये। सेवानिवृत्त अग्निशमन अधिकारी श्री दानीराम द्वारा उत्कृष्ठ कार्य करने वाले कर्मचारियों को आउट आफ टर्न पदोन्नति प्रदान करने एवं श्री गणेशमणि खुगशाल द्वारा कर्मचारियों का मनोबल बढाने हेतु प्रत्येक महीनेे फायरमैन आॅफ द मन्थ की परिपाठी प्रारम्भ करने एवं एम0बी0 खत्री द्वारा जोखिम भत्ते स्वीकृत किये जाने पर अपने विचार रखे गये। 20 सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ इस गोष्ठी में उपनिदेशक तकनीकी श्री एस0 के0 राणा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी देहरादून श्री राजेन्द्र सिंह खाती एवं प्रभारी अग्निशमन अधिकारी देहरादून श्री सुरेश रवि भी मौजूद रहे। उपनिदेशक तकनीकी श्री राणा द्वारा गोष्ठी का समापन करते हुए बताया कि मुख्यालय स्तर पर अग्निशमन का नया ढांचा स्वीकृत करने की प्रक्रिया प्रचलित है, इसके अतिरिक्त आये गये सुझावों पर विचार करने का आश्वासन भी दिया गया।