तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं के भाग्य का फैसला कल
पटना । बिहार में 3 नवंबर को दूसरे चरण में 94 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. पटना समेत कुल 28 जिलों में वोटिंग होगी जिसमें पश्चिम चंपारण की 3 विधानसभा सीट, पूर्वी चंपारण के 6, शिवहर के 1, सीतामढ़ी के 3, मधुबनी के 4, दरभंगा के 5, मुजफ्फरपुर के 5 विधानसभा सीट, गोपालगंज के 6, सीवान के 8, सारण के 10 और वैशाली के 6 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। वहीं, समस्तीपुर के 5, बेगूसराय के 7, खगड़िया के 4, भागलपुर के 5, नालंदा के 7 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. पटना के 9 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. बिहार में दूसरे चरण में 94 सीटों पर मतदान है जिसमें कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।तेजस्वी यादव आरजेडी की जीत सुनिश्चित करने की हर संभव कोशिश में लगे हुए हैं. खुद तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. वो लगातार राघोपुर समेत बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों में धड़ाधड़ रैलियां कर रहे हैं. तेजस्वी के विधानसभा सीट पर भी 3 नवंबर को वोटिंग है. राघोपुर को आरजेडी और खासकर लालू परिवार का गढ़ माना जाता है. ऐसे में इस सीट पर भी पूरे देश की निगाहें रहेंगी।आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने इस चुनाव में अपनी सीट बदल ली है। महुआ को छोड़ तेजप्रताप इस बार हसनपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां के सियासी और सामाजिक समीकरण आरजेडी के पक्ष में हैं लेकिन तेजप्रताप पर लोग कितना भरोसा जता पाते हैं ये देखने वाली बात होगी।दूसरे चरण में नीतीश कुमार के चार मंत्रियों की इज्जत भी साख पर है. इसमें पटना साहिब से सालों साल से जीतते आ रहे नंदकिशोर यादव, मधुबनी से राणा रणधीर सिंह, नालंदा से श्रवण कुमार और हथुआ से रामसेवक सिंह के भाग्य का फैसला भी ईवीएम में कैद हो जाएगा।लालू यादव के समधी और तेजप्रताप के ससुर चंद्रिका राय परसा सीट से जेडीयू से मैदान में लड़ रहे हैं. लालू परिवार से पारिवारिक रिश्ते तल्ख होने के बाद इस सीट पर जेडीयू ने भी पूरी ताकत झोंक दी है. यहां तक कि लालू यादव की बहू ऐश्वर्या राय भी लगातार पिता के लिए प्रचार कर रही हैं।