सांसद अजय भट्ट के बयान पर उपजा विवाद
देहरादून। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को स्थगित किये जाने के सांसद अजय भट्ट के बयान के बाद बदरी केदार में खासा राजनीतिक उबाल आ गया है। जहां भाजपा अपने ही सांसद व वरिष्ठ नेता, जो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं, के इस बयान पर असमंजस में है वहीं प्रतिपक्ष कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि अजय भट्ट ऐसा बयान देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।देवस्थानम बोर्ड के गठन के निर्णय का शुरू से ही विरोध करने वाले केदारनाथ के विधायक व कांग्रेस के नेता मनोज रावत ने सांसद अजय भट्ट के बयान पर टिप्पणी करते हुये कहा कि देवस्थानम बोर्ड का गठन का निर्णय सदन में सरकार ने लिया है। अब इसे या तो सदन में ही सरकार वापस ले सकती है या फिर न्यायालय। विधायी मामलों के जानकार होने के बाबजूद अजय भट्ट का यह बयान जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला मात्र है।देवस्थानम बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य व बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भट्ट ने अजय भट्ट के इस बयान पर कि देवस्थानम बोर्ड को स्थगित किया जाय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जन प्रतिनिधि व सांसद के तौर पर किसी को भी अपनी बात कहने का अधिकार है। उसे मानना न मानना सरकार का अधिकार है। देवस्थानम बोर्ड के गठन से पूर्व 1939 में बनी बदरीनाथ केदार नाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा देवस्थानम बोर्ड का गठन का निर्णय सरकार और बड़े नेताओं का है। स्थगन का बयान भी बड़े नेता का है। बड़े लोगों के निर्णय और बयान पर मैं कुछ नहीं कहूंगा। वैसे भी मामला न्यायालय में है ।