कांग्रेस ने निकाय चुनाव के लिए दृष्टिपत्र जारी किया
देहरादून, । उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आज नगर निकाय चुनाव के लिए अपना दृष्टिपत्र जारी किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने दृष्टि पत्र समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री नवप्रभात, दृष्टिपत्र समिति के संयोजक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष ताहिर अली, प्रदेष प्रवक्ता गरिमा दसौनी आदि की उपस्थिति में पार्टी का दृष्टिपत्र जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राज्य के शहरी मतदाताओं की नागरिक सुविधायें जो नगर निकायों के द्वारा संचालित होती हैं के साथ-साथ राष्ट्रीय व राज्य के वे मुद्दे भी शामिल किये गये हैं जिनसे शहरी मतदाता प्रभावित होता है। दृष्टि पत्र के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए समिति के संयोजक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने बताया कि 18 नवम्बर को उŸाराखण्ड़ में चौथे नगर निकायों के त्रिस्तरीय निकायों नगर पंचायत नगर पालिका परिषद एंव नगर निगमों के लिये मतदान होगा। कांग्रेस पार्टी ने 73 एंव 74 वां संविधान संशोधन करा कर भारत में तीन स्तरों पर सरकार गठन की व्यवस्था को लागू किया था। आज हम इस संवैद्यानिक व्यवस्था के अन्तर्गत स्वशासन के लियें राष्ट्रीय स्तर पर ‘‘लोक सभा‘‘ राज्य स्तर पर ‘‘विधान सभा‘‘ तथा नगर स्तर पर ‘‘नगर निकाय सरकार‘‘ तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिये पंचायतो का चुनाव करते है। इन तीनों स्वशासन ईकाईयो को संवैद्यानिक अधिकार प्राप्त हैं। उनका आपस में संवैद्यानिक सम्बन्ध है, हॉ अभी कुछ लोगों ने इस संवेदनशील विषय के महत्व को स्वीकार अंगीकार नही किया है। हमे विश्वास है भारतीय लोकतंन्त्र के परिपक्व होने के साथ साथ यह संवैद्यानिक सन्तुलन भी मजबूत हो जायेगा। लोकतांत्रिक व्यवस्था दूसरे के महत्व को स्वीकार करने से होती है, उनके ऊपर अपनी नीति लादने से नही। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस व्यवस्था की जनक है तथा भारत की जनता को स्वस्थ लोकतांन्त्रिक स्वराज्य व्यवस्था देने के लिये प्रतिबद्व रही है तथा रहेगी। यहॉ हमारी प्रतिद्वन्दी राजनैतिक ताकतो का हमारी नीति के साथ मतभेद हो सकता है। पर हम अपने सिद्वान्तो के लिये संघर्ष करते रहेंगे। समस्याओं के निराकरण तथा निर्धारण के लियें स्वशासन की सुविधा तथा संवाद आपके निकटतम उपलब्ध हो यह कांग्रेस की नीति है।