सीएम ने 751.67 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण
स्यालदे, रानीखेत : सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने क्षेत्र के लिए 527.28 लाख रुपये की लागत की विकास योजनाओं का लोकार्पण किया। साथ ही करीब 224.39 लाख रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वो उन्हीं विकास योजनाओं की घोषणा करेंगे, जिन्हें समय पर पूरा भी किया जा सके।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि पहाड़ में स्वास्थ्य सेवा को पटरी पर लाना उनकी प्राथमिकता है। इसके लिए एक हजार डॉक्टर पर्वतीय जिलों में भेजे जा चुके हैं। एनजीटी के कारण जिन गांवों में विद्युतीकरण में रोड़ा लग रहा था, अनुमति लेकर उन बिजली विहीन गांवों को रोशन करने का काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने बताया कि राज्य के 13 गांवों में विद्युतीकरण कर दिया गया है। शेष 32 गांवों को भी मई तक बिजली से जोड़ दिया जाएगा। मरचूला में पर्यटन विकास को चार लाख की लागत से क्रोकोडायल पार्क बनेगा। इस दौरान सीएम ने स्यालदे तहसील भवन की घोषणा भी की।
इन विकास योजनाओं का लोकार्पण
विधानसभा सल्ट के जीआइसी बांगीधार में 31.81लाख की लागत से कंप्यूटर कक्ष और साइंस लैब का होगा निर्माण।
जीआइसी कोटाचानी में 39.59 लाख की लागत से कंप्यूटर कक्ष और साइंस लैब का होगा निर्माण।
जीआइसी झड़गांव में 55. 10 लाख की लागत से चार कक्षा कक्ष का निर्माण किया जाएगा।
2×5 एमवीए 33.11 केवी विद्युत उप संस्थान देघाट-400.84 लाख
इन योजनाओं का हुआ शिलान्यास
योजना धनराशि
तामाडौन मार्ग का सुधारीकरण और डामरीकरण 56. 22 लाख रुपए
सल्ट के जैहाड़ से भौनादेवी तक मोटर मार्ग सुधारीकरण 59.01 लाख रुपए
मानिला देवी मार्ग डामरीकरण 26. 07 लाख रुपए
जीआइसी गुलार सल्ट भवन निर्माण 21.84 लाख रुपए
मरचूला में व्यू प्वाइंट निर्माण चार लाख रुपए
चैंपियन पर पूछे गए सवाल को टाल गए सीएम
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के विवादित बोलों के बाद तल्खी संबंधी सवाल को टाल गए। यह पूछे जाने पर कि चैंपियन को कारण बताओ नोटिस दिए जाने के बाद वह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष खेद जता चुके हैं, अब अगला कदम क्या रहेगा। मुख्यमंत्री मुस्कराए और आगे बढ़ गए। रानीखेत समेत चार नए जिलों पर सरकार क्या नई रूपरेखा बना रही है। इस सवाल पर भी सीएम ने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि नए जिलों की मांग तो बहुत पहले से उठाई जा रही।