स्वच्छ भारत का सपना अब दूर नहीं : मोदी
इंदौर। साफ-सफाई की मुहिम के तहत देश को दो अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच की प्रवृत्ति से पूरी तरह मुक्त कराने का लक्ष्य तय किया गया है और यह सपना जल्द ही सच होने वाला है। स्वच्छ भारत अभियान में आम लोगों की भागीदारी में इजाफे से प्रसन्न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के विजेता शहरों को पुरस्कृत करने के दौरान कहा कि स्वच्छ भारत अभियान महात्मा गांधी का वह सपना है, जिसे पूरा करने का संकल्प 125 करोड़ भारतीयों ने लिया है। अगले वर्ष बापू की 150वीं जयंती है और (खुले में शौच से मुक्ति के जरिये) स्वच्छ भारत का सपना अब बहुत दूर नहीं है। प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की जयंती पर दो अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत की थी। साफ-सफाई की इस महत्वाकांक्षी मुहिम के तहत देश को दो अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच की प्रवृत्ति से पूरी तरह मुक्त कराने का लक्ष्य तय किया गया है। मोदी ने बताया कि पिछले चार वर्षों में देश के शहरों और गांवों में कुल मिलाकर आठ करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाए गए हैं। इस अवधि में देश के 18 राज्यों के 2,300 से ज्यादा शहर खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में तीन साल पहले शुरू की गई राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग के कारण शहरों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित हुई है और साफ-सफाई के अभियान में आम लोगों की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।