उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीनी सैनिकों की घुसपैठ, सरकार ने किया इन्कार
चमोली : उत्तराखंड के चमोली जिले के भारत-चीन सीमा क्षेत्र बाड़ाहोती में एक बार फिर चीनी सेना के घुसपैठ की चर्चा है। सूत्रों के अनुसार, चीनी सैनिक भारतीय सीमा में करीब एक किमी तक अंदर घुस आए थे। हालांकि, चमोली के जिलाधिकारी और आइटीबीपी के आला अधिकारी ऐसी किसी भी घटना से इन्कार कर रहे हैं। जोशीमठ के एसडीएम योगेंद्र सिंह का कहना है कि इस तरह की सूचना कौन फैला रहा है, इसकी जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि चमोली जिले में चीन से जुड़ी भारतीय सीमा घुसपैठ की दृष्टि से संवेदनशील मानी जाती है। 80 वर्ग किलोमीटर में फैला बाड़ाहोती चारागाह भी इस दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। यहां स्थानीय लोग अपने जानवरों को लेकर आते हैं। जून के दूसरे सप्ताह में इस क्षेत्र में दो चीनी हेलीकॉप्टर भी देखे गए थे। इसके बाद प्रशासन के दल ने क्षेत्र का जायजा लिया था।
इसके अलावा वर्ष 2014 में भी यहां चीन का विमान देखा गया था। जुलाई 2016 में क्षेत्र के निरीक्षण को गई राजस्व की टीम से भी चीनी सेना का सामना हुआ था। सैनिकों ने टीम को लौट जाने का इशारा भी किया और इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी गई। इतना ही नहीं वर्ष 2015 में चीनी सैनिकों द्वारा चरवाहों के खाद्यान्न को नष्ट करने की घटना भी सामने भी आई थी।
ताजा मामला 25 जुलाई का बताया जा रहा है। यहां चीन के सैनिकों की हलचल देखी गई। जिसे आइटीबीपी के विरोध के बाद लौटना पड़ा। इस मामले में चमोली के डीएम आशीष जोशी का कहना है कि ऐसी हाल में कोई घटना नहीं हुई है। वहीं, प्रमुख सचिव गृह उमाकांत पंवार ने भी ऐसी घटना से साफ इन्कार किया है। इस संबंध में सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि चीनी सैनिकों की घुसपैठ के संबंध में जिला प्रशासन और सुरक्षा बल की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं है।