LAC पर चीन को मिलेगा उसी की भाषा में जवाब, सेना ने बदले नियम
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में कर्नल संतोष बाबू सहित 20 जवान शहीद हो गए. चीनी सैनिकों की इस सोची-समझी बर्बर साजिश का सामना करने के लिए भारतीय सैनिकों को भी अब और मजबूत किया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चीन से सटी सीमा पर भारतीय सैनिकों को और मजबूत किया जा रहा है, जिससे कि वो सभी तरह के हमलों का उन्हीं के अंदाज में जवाब दे सकें.उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर चीनी सैनिक लाठी, पत्थर से हमला करते हैं तो हमारी सेना भी उसका उसी तरह जवाब देगी. नियम दोनों देशों के लिए बराबर हैं और उसे मानने में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए. क्योंकि सोमवार रात की झड़प अचानक से भड़की हुई लड़ाई नहीं थी. यह एक सोची समझी साजिश थी, जब चीनी सेना ने पेट्रोलिंग कर रहे कमाडिंग ऑफिसर पर लाठी-डंडे और पत्थरों से हमला किया.सूत्र ने बताया कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीनी सेना का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना की तरफ से तेजी से पैदल सेना, तोपें और मशीन वाले हथियार भेजे जा रहे हैं. हमारी सेना को साफ संदेश है कि भारत अपनी पोजिशन बनाए रखेगा. चीनी हमलों की वजह से हम एक इंच भी छोड़ने को तैयार नहीं हैं. भारत एलएसी की शुचिता को फिर से बहाल करेगा. गलवान वैली में एलएसी कहां है इस बात को लेकर कोई अस्पष्टता नहीं है.