कंपकंपाती ठंड और कोहरे से हुआ नए साल का आगाज, कई उड़ानें प्रभावित

नई दिल्ली । कंपकंपाती सर्दी और घने कोहरे के साथ वर्ष 2018 का आगाज हुआ है। सोमवार की सुबह घने कोहरे से लिपटी नजर आई। दिल्ली-एनसीआर में सुबह के समय सड़कों पर इतना घना कोहरा छाया रहा कि थोड़ी दूर पर पैदल आते लोग और वाहन तक दिखाई भी नहीं दे रहे थे।

इस वजह से सड़कों पर वाहन चालकों को आवागमन के दौरान काफी परेशानी हुई। कोहरे से 56 ट्रेनें देरी से चल रही हैं, 20 ट्रेनों के समय में बदलाव और 15 ट्रेनें रद कर दी गई हैं।

वहीं घने कोहरे का असर विमानों की उड़ानों पर भी पड़ा है। जानकारी के मुताबिक, कोहरे से 5 घरेलू और 7 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हैं, जबकि एक उड़ान रद कर दी गई है।

इससे पहले वर्ष 2017 के अंतिम दिन रविवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर सुबह घना कोहरा होने से करीब दो सौ विमानों के संचालन पर असर पड़ा था। 50 विमानों को डायवर्ट किया गया, जबकि 20 का संचालन रद कर दिया गया था।

रविवार को 2017 का सबसे घना कोहरा था। रात 12 बजे राजधानी में कई जगहों पर तो दृश्यता शून्य हो गई थी।कोहरे का असर रेल यातायात पर भी पड़ा।

कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं तो कई को रद करना पड़ा है। सुबह साढ़े सात बजे के बाद रन-वे पर दृश्यता 50 से 70 मीटर रही।

विमानों को उड़ान भरने के लिए कम से कम 125 मीटर दृश्यता जरूरी होती है, इस कारण सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक विमानों ने उड़ान नहीं भरी।

50 से ज्यादा विमानों की लैंडिंग जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ एयरपोर्ट पर कराया गया। उड़ान में देरी की वजह से यात्रियों को छह घंटे तक हवाई अड्डा पर इंतजार करना पड़ा।

उप्र में ठंड व कोहरे के कारण हुए सड़क हादसों में 15 लोगों की मौत हो गई व 40 से ज्यादा जख्मी हो गए। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर सुबह घने कोहरे की वजह से इटावा में ग्राम अगूपुर व गुबरिया के बीच तीन बस, एक डीसीएम व दो कारें टकरा गईं।

हादसों में दो दर्जन लोग घायल हो गए। वहीं कानपुर, चित्रकूट, महोबा, वाराणसी और बलिया में ठंड लगने से 11 लोगों की मौत हो गई।

सर्दी में रखें अपना ख्याल

सर्दी ने अपना असर अभी कम दिखाया है, लेकिन आप इसे हल्के में मत लीजिए अभी से ही अपने घर के बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखना शुरू कर दीजिए। रोज की दिनचर्या में पहनावे से लेकर खान-पान में खास ख्याल रखने की जरूरत है, अगर आपने ऐसा नहीं किया, तो यह सर्दी आपको परेशान कर सकती है। वहीं सर्दी में बुजुर्गों में डायबिटीज और हाइपरटेंशन की परेशानी बढ़ जाती है। साथ ही बच्चों में सर्दी और खांसी की समस्या आम हो जाती है। लोग इस मौसम में सर्दी से बचाव के लिए अचानक चाय और कॉफी पीने लगते हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता। सर्दी से बचाव के लिए हमें कुछ एहतियात बरतने की आवश्यकता है।

बुजुर्गों का रखें ख्याल 

-सुबह की सैर पर तभी जाएं, जब कुहासा खत्म हो जाए।

-सैर से घर लौटने पर थोड़ा विश्राम करें, इसके बाद ही काई अन्य काम शुरू करें।

-बीपी और शुगर का स्तर लगातार जांच करते रहें।

-हल्का हल्का ही सही लेकिन व्यायाम जरूर करें।

-हीटर या ब्लोअर का प्रयोग करने से बचें।

-शरीर को गर्म रखने के लिए पूरे कपड़े पहनें।

बच्चे के लिए बचाव

-बच्चे को पूरे कपड़े सुबह से देर रात तक पहनाएं।

-बच्चों को खाली पेट कभी नहीं रखें।

-रूम हीटर से काफी दूर रखें।

-ब्लोअर का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।

-खानपान में क्या रखें ध्यान।

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