भाजयुमो की नयी कार्यकारिणी हाईकमान के लिए चुनौती
हल्द्वानी । सत्ताधारी दल भाजपा में युवा मोर्चा की नई कार्यकारिणी को लेकर घमासान मचा हुआ है। जिले से लेकर प्रदेश स्तर पर पदाधिकारियों की लंबी लिस्ट है, लेकिन इसमें से कितने लोगों को शामिल किया जाए। उम्र सीमा के विवाद के चलते प्रदेश हाइकमान के लिए यह तय करना मुश्किल हो गया है।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर जनवरी, 2020 में ताजपोशी हो गई थी, लेकिन तब संगठन का विस्तार नहीं हुआ। भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में पांच अक्टूबर को अन्य सभी मोर्चों का विस्तार कर दिया, लेकिन भाजयुमो को छोड़ दिया गया। इसे लेकर कई तरह के कयास शुरू हो गए हैं। पार्टी के अंदर चर्चा आम है कि युवा मोर्चा की टीम की घोषणा न होने के पीछे उम्र सीमा को लेकर विवाद है।बताया जा रहा है कि जिला स्तर पर पदाधिकारी की उम्र 30 और प्रदेश स्तर के पदाधिकारी के लिए 35 से अधिक उम्र नहीं होनी चाहिए। जब इस तरह की उम्र की घोषणा को लेकर कवायद हुई तो तमाम दावेदारों की उम्र अधिक थी। इन्होंने इशारा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की तरफ कर दिया। उनका कहना था कि जब प्रदेश अध्यक्ष की उम्र अधिक हो सकती है तो हमारी क्यों नहीं।
इसी तरह के असमंजस को लेकर प्रदेश हाइकमान मोर्चो की टीम की घोषणा नहीं कर सका। जबकि युवा मोर्चा में प्रदेश अध्यक्ष के अलावा महत्वपूर्ण पदों पर दो महामंत्री, आठ प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रदेश महामंत्री हैं। इसके साथ ही जिलाध्यक्षों को लेकर भी घमासान है। इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि अभी टीम पूरी तरह सेट नहीं हो पाई है। जैसे ही हो जाएगी, घोषणा कर दी जाएगी।