मेरठ में कांग्रेस नेता के होटल में टैक्स सर्वे टीम से धक्कामुक्की, कानपुर में भी कार्रवाई
मेरठ । आबूलेन में कांग्रेस नेता रमेश ढींगरा के होटल राजमहल में छापा मारने पहुंची सीजीएसटी (सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स) की टीम का वहां मौजूद कर्मचारियों ने विरोध करते हुए अभद्रता की। इतना ही नहीं कर्मियों ने आसपास के कुछ लोगों को बुला लिया और टीम को घसीट कर बाहर करते हुए सभी रिकार्ड लेकर भाग निकले। सूत्रों के मुताबिक होटल पर पिछले चार साल से सेवा कर बकाया है। लगातार नोटिस के बावजूद टैक्स न जमा करने पर सीजीएसटी की टीम ने गुरुवार दोपहर छापा मारा। टीम जैसे ही होटल के अंदर दाखिल हुई तो होटल कर्मियों में अफरातफरी मच गई।
टीम रिकार्ड खंगाल ही रही थी कि दो दर्जन से अधिक लोगों की भीड़ होटल के अंदर घुसी और जांच टीम द्वारा जब्त रिकार्डों को छीन लिया और रिकार्ड रूम से जबरदस्ती घसीटते हुए बाहर खींच लाई। चौथी मंजिल पर बने एकाउंट रूम से सारे महत्वपूर्ण कागजात लेकर छत फांदते हुए भाग निकले। इसी बीच व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता भी पहुंच गए। भीड़ ने टीम के अधिकारियों से धक्कामुक्की और अभद्रता की।
उप आयुक्त शशांक यादव की सूचना पर पुलिस पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ा। बाद में पुलिस के साथ टीम अंदर पहुंची और छानबीन शुरू की। टीम के सदस्यों की मानें तो महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब कर दिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि टीम के साथ बदसलूकी करने वालों व रिकार्ड लेकर भागने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।
कानपुर में होटल समूह का टैक्स सर्वे
कानपुर के होटल ग्रुप के मालिक के आवास और प्रतिष्ठानों पर गुरुवार को आयकर विभाग ने सर्वे किया। नौ स्थानों पर कार्रवाई में विभाग को करीब एक करोड़ की नकदी मिली है। इसके अलावा 10 से ज्यादा संपत्तियों के कागजात, सात लॉकर की भी जानकारी मिली है। विभाग ने उनके भाई के आवास और प्रतिष्ठानों पर भी छापे मारे। कार्रवाई देर रात तक चलती रही। आयकर विभाग ने ट्रांसपोर्ट और होटल कारोबारी के मॉडल टाउन और उनके भाई के गुमटी नंबर पांच स्थित आवास के साथ गुरुवार सुबह मोतीझील चौराहा स्थित होटल कान्हा कांटीनेंटल, होटल कान्हा गैलेक्सी, होटल कान्हा इंटरनेशनल, राजेंद्र बस सर्विस, कान्हा कार्गो मूवर्स, प्रशांत रोड लाइंस, छाबड़ा कैरियर्स में सर्वे किया। आयकर निदेशक जांच अमरेंद्र कुमार के निर्देश पर संयुक्त निदेशक अमरेश कुमार तिवारी, उप निदेशक सौरभ आनंद, वेदप्रकाश, केके मिश्रा, अमरेंद्र शिवनाथ नेतृत्व में कार्रवाई शुरू की। आयकर विभाग ने दोनों के प्रतिष्ठानों का वार्षिक कारोबार करीब 75 करोड़ आंका है। इनका कारोबार कुछ वर्षों में लगातार बढ़ा लेकिन टैक्स में उस अनुपात में वृद्धि नहीं हुई।