सांकेतिक मनायें भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव : ब्राह्मण समाज महासंघ

देहरादून ।  उत्तराखंड के प्रमुख ब्राह्मण संगठनों के संयुक्त मंच “ब्राह्मण समाज महासंघ” उत्तराखंड ने विश्वव्यापी महामारी कोरोना व लोकडाउन के चलते भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव एवं भगवान बद्रीनाथ का आह्वान (25 अप्रैल) को प्रतीकात्मक एवं सांकेतिक रूप से मनाने का निर्णय एवं आह्वान किया है।  उक्त जानकारी देते हुए महासंघ के मुख्य संयोजक ओ.पी. वशिष्ठ व महासचिव अरुण शर्मा ने बताया कि भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव व बद्रीनाथ के आह्वान दिवस पर 25 अप्रैल को साय: काल 7:30 बजे पाँच-सात मिनट तक सभी सनातन प्रेमी परिवार अपने-अपने घरों पर दरवाजे, बालकनी या छज्जों पर लॉकडाउन का पालन करते हुए एक-तीन या पांच दीपकों के साथ उत्तर दिशा की ओर मुख करके भगवान परशुराम जी का तीन बार जयघोष करें तत्पश्चात भगवान बद्रीनाथ जी की आरती करें, इसमें किसी भी तेज ध्वनिकारक यंत्रों का प्रयोग न करें चाहे तो घंटी का प्रयोग कर सकते हैं। तत्पश्चात अपने स्थान पर खड़े-खड़े चार परिक्रमा करके गुड़, चीनी, पतासे, हलवा आदि का प्रसाद ग्रहण करें। यदि घर में बद्रीनाथ जी वह परशुराम जी की प्रतिमा या चित्र हो तो उस पर दीपार्चन, पुष्प व माल्यार्पण कर सकते हैं। श्री वशिष्ठ जी ने बताया कि श्री हरि के षष्टम चिरंजीवी अवतार भगवान श्री परशुराम जी ने आतताइयों व आक्रांताओं से समाज की रक्षा की थी। आह्वान पर अब भी वे कोरोना के संक्रमण से हमारी रक्षा करेंगे। वहीं भगवान श्री बद्रीनाथ भी इस देवभूमि की रक्षा करेंगे। उपरोक्त सांकेतिक धार्मिक अनुष्ठान को देहरादून नगर ही नहीं, वरन् समूचे उत्तराखंड के अन्य स्थानों से विभिन्न संस्थाओं व प्रबुद्ध नागरिकों ने खुले हृदय से स्वागत करते हुए सहयोग का आश्वासन महासंघ को दिया है।समर्थन व आह्वान करने वालों में ब्राह्मण समाज महासंघ के अतिरिक्त वैदिक ब्राह्मण सभा, देवभूमि ब्राह्मण जनसेवा समिति, ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद, मोहयाल ब्राह्मण समिति, भारतीय नेपाली ब्राह्मण सभा, ब्रहमभट्ट ब्राह्मण समिति, गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महासभा, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा, उत्तराखंड पंजाबी सभा, हाथी बड़कला युवा ब्राह्मण मंडल, विस्थापित कश्मीरी पंडित कल्याण संघ (सिद्धार्थ आगा),  शिवसेना उत्तराखंड (गौरव कुमार), बजरंग दल (विकास वर्मा), हिंदू जागरण मंच (राज गुलाटी), विश्व हिंदू परिषद-रायपुर (समय शर्मा), राष्ट्रीय परशुराम परिषद (देवदत्त शर्मा आई.ए.एस.), उत्तराखंड विद्वत सभा (पं.उदयशंकर भट्ट, पं. सुभाष चंद्र जोशी व आचार्य अनुसूया प्रसाद देवली), राजनेता लालचंद शर्मा, नगर पार्षद नंदिनी शर्मा, टपकेश्वर महादेव के महंत किशन गिरी जी महाराज, अयोध्या सुग्रीव किला के रामकथा व्यास श्री निवासाचार्य सूर्यकांत बलूनी जी, आचार्य (डॉ) ओम प्रकाश भट्ट जी-हरिद्वार, श्री परशुराम चतुर्वेद महाविद्यालय के संस्थापक आचार्य पवन कुमार शर्मा, व्यास आचार्य रमेश उनियाल (ऋषिकेश), सुंदरकांड कथा व्यास श्रीमती संध्या वत्स, ओ.एन.जी.सी. के पूर्व निदेशक प्रो. आर.के.बख्शी, बीसीसीआई के उत्तराखंड एडमिनिस्ट्रेटर दिनेश शर्मा, प्रो. डॉ. पी.पी.पैन्यूली, सीनियर सिटीजन के महामंत्री डॉ.जे.जे.शर्मा आदि प्रमुख है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *